Chhattisgarh Naxal Encounter Story: छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस और बीएसएफ की नई रणनीति से ही 29 नक्सलियों का काम तमाम हुआ। सुरक्षाबलों ने चारों ओर से घेर नक्सलियों के भागने के रास्ते बंद कर दिए। बीएसएफ के डीआईजी आलोक सिंह ने कहा कि उन लोगों ने हमले का तरीका बदला। घेरने के बाद एक तरफ से आई सर्चिंग टीम ने नक्सलियों का काम तमाम कर दिया।
दो दिन से ऑपरेशन की तैयारी कर रही थी फोर्स
बीएसएफ के डीआईजी ने कहा कि खड़ी पहाड़ियों से हमला किया गया। मौके से 19 ऑटोमेटिक वेपंस जब्त हुए। छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक के सबसे ज्यादा नक्सली मारे गए। बीएसएफ का ये काफी बड़ा इटिलिजेंस बेस ऑपरेशन था। 2 दिन से इस ऑपरेशन पर हमारी और डीआरजी की टीम कोटरी के ईस्टर्न साइड के इलाके में लगी थी।
नक्सलियों का अबूझमाड़ का इलाका हब माना जाता है। हमारी कमांडो और डीआरजी की टीम काफी दिनों से ये प्रेक्टिस कर रही थी। हमने हमारी ऑपरेशनल स्ट्रेटजी पर्टिकुलर ऑपरेशन के लिए बदली।
डीआईजी ने कहा कि हमने हॉट परस्यूट और ड्राइव फॉर हंट का एक मिलाजुला ऑपरेशन किया। फोर्स डिफेक्शन और मोबाइलिजेशन की डिफरेंट डायरेक्शन की तकनीक अपनाई और नक्सलियों को सरप्राइज किया। यहां कि पहाड़ियां काफी खड़ी हैं और ऑपरेशन बेहद चैलेंजिंग होता है। नक्सली सोच भी नहीं सकते थे कि हम इस पूर्वी इलाके से उन पर कभी हमला कर सकते हैं। हमने हमला किया, जिसमें नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। 29 नक्सली मारे गए। 19 ऑटोमेटिक वेपंस मिले हैं।
घायल नक्सलियों पर भी होगा प्रहार
डीआईजी ने बताया कि कई नक्सली घायल हुए हैं। हम जल्द घायल नक्सलियों पर एक बड़ा ऑपरेशन प्लान करेंगे। आपको जल्द खबर मिलेगी। मौके से अब तक 29 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मौका-ए-वारदात से फोर्स ने एसएलआर राइफल, एके-47 राइफल, इंसास राइफल और 303 बंदूकें जब्त की हैं। यहां से भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद किया गया है। कई मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। कांकेर में हुई मुठभेड़ में बीएसएफ के दो इंस्पेक्टर और डीआरजी का जवान घायल हुआ है।