लक्ष्मी साहू, छत्तीसगढ़
रायपुर की 23 वर्षीय ईशा पटेल ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। उनके एक छोटे से स्टार्टअप ने उन्हें सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका दिलाया। देशभर से चुने गए 50 खास लोगों में से एक ईशा बनीं वो चेहरा जिसे मोदी ने न सिर्फ सुना बल्कि सराहा भी। क्या था उनका आइडिया? कैसे पहुंचीं वो इस मुकाम तक? आइए जानते हैं इस प्रेरणादायक कहानी के बारे में।
रायपुर की ईशा पटेल ने देशभर में बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की 23 वर्षीय ईशा पटेल ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। उनके यूनिक स्टार्टअप “हाउस ऑफ पुचका” ने उन्हें एक खास पहचान दिलाई है। इस स्टार्टअप के जरिए उन्होंने न सिर्फ युवाओं को रोजगार देने का काम किया है बल्कि गोलगप्पे के पारंपरिक स्वाद को एक नया ब्रांड बना दिया है। इसी अनोखे और सफल बिजनेस मॉडल के कारण उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का अवसर मिला।
मुद्रा योजना की 10वीं वर्षगांठ पर पीएम से हुई खास मुलाकात
दरअसल केंद्र सरकार की मुद्रा लोन योजना को मंगलवार को 10 वर्ष पूरे हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के उन 50 सफल उद्यमियों से मुलाकात की जिन्होंने इस योजना का लाभ लेकर अपने सपनों को साकार किया। रायपुर की ईशा पटेल भी उन चुने हुए लोगों में शामिल थीं। खास बात यह रही कि इन 50 में से सिर्फ 5 उद्यमियों को पीएम मोदी से सीधे संवाद करने का मौका मिला और ईशा पटेल उनमें से एक रहीं। यह उपलब्धि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है।
पीएम मोदी से हुई बातचीत को बताया प्रेरणादायक अनुभव
ईशा पटेल ने न्यूज24 की संवाददाता लक्षिका साहू से बातचीत में बताया कि पीएम मोदी से मिलना उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने न केवल उनके स्टार्टअप की सराहना की बल्कि यह भी कहा कि युवाओं में अगर ऐसा जुनून हो तो भारत आत्मनिर्भर बन सकता है। ईशा ने प्रधानमंत्री के साथ हुई इस मुलाकात को जीवनभर की सबसे बड़ी प्रेरणा बताया। उनका मानना है कि इस तरह की सराहना से युवा और खासकर महिलाएं व्यवसाय के क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रोत्साहित होती हैं।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दी बधाई और सराहना
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी ईशा पटेल को बधाई दी और कहा कि यह छत्तीसगढ़ की बेटी की मेहनत और लगन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि “हाउस ऑफ पुचका” जैसे स्टार्टअप राज्य के युवाओं को नई दिशा देने का कार्य कर रहे हैं और सरकार ऐसे नवाचारों को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है। ईशा पटेल की सफलता से यह संदेश जाता है कि अगर किसी के पास दृढ़ निश्चय और अच्छा आइडिया हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।