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छत्तीसगढ़

‘हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आईना’, कार्यक्रम में बोले CM विष्णुदेव साय

CM Vishnudeo Sai In Constitution Day Padyatra: सीएम विष्णुदेव साय संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए।

Author Edited By : Deepti Sharma Updated: Nov 26, 2024 20:34
Chief Minister in Constitution Day Padyatra
Chief Minister in Constitution Day Padyatra

CM Vishnudeo Sai In Constitution Day Padyatra: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय मंगलवार की सुबह संविधान दिवस पदयात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए। संविधान दिवस पदयात्रा पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह से शुरू होकर अंबेडकर चौक पर समाप्त हुई। सीएम ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

इस पदयात्रा में डिप्टी सीएम अरूण साव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक इंद्र कुमार साहू, गुरु खुशवंत साहेब, अनुज शर्मा, महिला आयोग की सदस्य लक्ष्मी वर्मा और युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वजीत तोमर शामिल हुए।

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संविधान सदियों के संघर्ष का प्रतिफल

सीएम विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सभागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारा संविधान भारत की सदियों पुरानी संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का आइना है।

यह संविधान हमारे सदियों के संघर्ष, अनुभव और उपलब्धियों का प्रतिफल है। उन्होंने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज के दिन 26 नवंबर से संविधान दिवस के आयोजन की शुरूआत हुई है। आज भारत के संविधान को आत्मसात किए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं।

संविधान निर्माताओं को दिया संदेश

सीएम साय ने आगे कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने जहां पर मौलिक अधिकारों की बात लिखी है, वहां भगवान श्रीराम, माता सीता और भइया लक्ष्मण की तस्वीर अंकित की है। उन्होंने आगे कहा कि, यह तस्वीर तब की है जब भगवान श्रीराम लंका विजय के बाद अयोध्या लौट रहे थे।

हमें इस बात को समझना होगा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने इस तस्वीर के जरिए हमें क्या संदेश दिया है। संविधान में ऐसे ही अनेक चित्र और संकेत हैं, जिनके माध्यम से संविधान निर्माताओं ने इंगित किया है कि हमें भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों के साथ लोकतंत्र को आगे बढ़ाना है।

संविधान में भावी पीढ़ी के लिए दूरदर्शिता

उन्होंने आगे कहा कि, यह भी हमारे संविधान की एक बड़ी विशेषता है कि, इसमें परिवर्तनशील समय के अनुरूप आवश्यकता पड़ने पर संशोधन का भी प्रावधान है। हमारे संविधान निर्माताओं ने देश पर अपनी इच्छाओं और विचारों को लादा नहीं, बल्कि अपनी दूरदर्शिता से भावी पीढ़ी के लिए यह गुंजाइश छोड़ी कि, वह अपने समय की परिस्थितियों, अपने समय के ज्ञान, अपने समय की आवश्यकताओं के अनुसार इसमें संशोधन कर सकें।

छात्र- छात्राएं रहे मौजूद

इस अवसर पर खेल विभाग के सचिव हिम शिखर गुप्ता, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा, जिला पंचायत के सीईओ विश्वदीप, खेल विभाग की संचालक तनुजा सलाम सहित अन्य अधिकारीगण और स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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First published on: Nov 26, 2024 07:12 PM

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