TS Dev Singh on Apple threat Notifications: एप्पल से “राज्य प्रायोजित हमलावरों” की चेतावनी मिलने के बाद कई विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर उनके आईफोन हैक करने का आरोप लगाया है। अब, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस देव सिंह ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें भी उनके फोन पर अलर्ट संदेश मिला है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह स्पष्ट है कि देश को कौन गुमराह कर रहा है।
उपमुख्यमंत्री टीएस देव सिंह ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
एएनआई से बात करते हुए सिंह ने एक संदेश दिखाते हुए कहा,”मुझे यह संदेश कंपनी से मेरे जीमेल पर मिला है। कौन देश को गुमराह कर रहा है, यह स्पष्ट है। यहां स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि एप्पल का मानना है कि आपको राज्य प्रायोजित हमलावरों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। आपके ऐप्पल आईडी से जुड़े आईफोन से दूर से छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है।”
इन नेताओं को भी मिला है एप्पल से अलर्ट
टीएस देव सिंह देव ऐसे पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने ऐप्पल से अलर्ट मैसेज मिलने की सूचना दी है। इससे पहले टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस के पवन खेड़ा, शशि थरूर और आप सांसद राघव चड्ढा ने भी बताया था कि उन्हें एप्पल से अलर्ट मिला है। सभी नेताओं ने आईफोन प्राप्त अलर्ट मैसेज की कथित स्क्रीनशॉट भी साझा किए हैं।
एप्पल ने क्या कहा?
ऐप्पल ने मंगलवार को कहा कि वह अलर्ट मैसेज का श्रेय किसी विशिष्ट राज्य-प्रायोजित हमलावर को नहीं देता है। Apple के अनुसार, राज्य-प्रायोजित हमले अक्सर अल्पकालिक होते हैं और पता लगाने से बचने और उन कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए डिजाइन किए जाते हैं जिनके बारे में जनता को जानकारी नहीं होती है।
Apple ने एक बयान में कहा, “राज्य-प्रायोजित हमलावर बहुत अच्छी तरह से वित्त पोषित और परिष्कृत हैं, और उनके हमले समय के साथ विकसित होते हैं। ऐसे हमलों का पता लगाना अलर्ट के खुफिया संकेतों पर निर्भर करता है। यह संभव है कि कुछ ऐप्पल खतरे की सूचनाएं झूठी अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चला है।”
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टेक दिग्गज ने आगे कहा कि वे इस बारे में जानकारी देने में असमर्थ हैं कि किस कारण से वे अलर्ट मैसेज जारी कर रहे हैं, क्योंकि इससे राज्य-प्रायोजित हमलावरों को भविष्य में पता लगाने से बचने के लिए अपने व्यवहार को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है।
Apple ये सूचनाएं 2021 के अंत से भेज रहा है, जब भी उसे संदेह होता है कि कोई गतिविधि राज्य-प्रायोजित हमले से मिलती जुलती है। इसने अब तक 150 देशों में व्यक्तियों को सूचित किया है।