Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड कर चुका है। फिलहाल लैंडर का प्रज्ञान रोवर चंद्रमा के साउथ पोल से कई रोचक जानकारियां इसरो को दे रहा है। इन सबके बीच गुजरात पुलिस ने चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े एक फर्जी वैज्ञानिक को अरेस्ट किया है। पकड़ा गया शख्स स्वयं को इसरो का वैज्ञानिक का बताता है। उसने गुजरात के लोकल मीडिया को इससे जुड़े कई इंटरव्यू भी दिए। जिसमें उसने स्वयं को चंद्रयान-3 की टीम से जुड़ा वैज्ञानिक बताया है। इतना ही नहीं ये शख्स इंटरव्यू में दावा कर रहा है कि लैंडर माॅड्यूल को उसने डिजाइन किया था।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
गुजरात के सूरत में मितुल त्रिवेदी नामक शख्स ने लोकल मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह चंद्रयान-3 का लैंडर माॅड्युल करने वाली टीम का हिस्सा था। इसके बाद जब वीडियो सोशल मीडिया पर आया तो एक व्यक्ति उसकी शिकायत पुलिस को कर दी। इसके बाद सूरत पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने जब्त किया फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर
सूरत पुलिस ने बताया कि आरोपी मितुल त्रिवेदी खिलाफ किसी व्यक्ति ने मामला दर्ज करवाया है। आरोपी स्वयं को लैंडर माॅड्यूल करने वाली टीम का सदस्य बताता है। इस संबंध में उसने एक साक्षात्कार भी दिया है। पुलिस ने जब उसके घर की तलाशी ली तो उसे इसरो का फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर मिला। अप्वाइंटमेंट के आधार पर मितुल स्वयं को इसरो के प्राचीन विज्ञान एप्लीकेशन डिपार्टमेंट का चैयरमेन बताता है।
सूरत पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी मितुल त्रिवेदी इसरो से जुड़ा हुआ नहीं है। ना ही वह वहां का कर्मचारी रहा है। सूरत पुलिस ने इसरो जैसे संस्थान की छवि धूमिल करने के आरोप में आरेापी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 465, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया है।