डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों की ठगी करने वाले बड़े गिरोह तक सीबीआई पहुंच गई है। फिलहाल, इसके 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरोह के अन्य सदस्यों की सीबीआई खोज रही है। यही कारण है कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम उजागर नहीं हुए हैं। सीबीआई ने इस पूरे ऑपरेशन का नाम ‘आपरेशन चक्र-पांच’ दिया है। सीबीआई के सीनियर अधिकारी के अनुसार, झुंझुनू में एक शख्स को तीन महीने तक डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों रुपये की ठगी की गई। जिसकी जांच के दौरान पता चला कि देश भर में फैले इस गिरोह के नेटवर्क फैले हैं।
सायबर फ्रॉड मामले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई में अब तक चार आरोपी किंगपिन सहित गिरफ्तार किए गए। मुंबई और मुरादाबाद से कुल चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। सीबीआई ने 12 जगहों पर कल से छापेमारी कर डिजिटल गिरफ्तारी मामले में चार सरगनाओं को गिरफ्तार किया।
3 महीने में 42 बार जबरन वसूली
पीड़ित से तीन महीने में 42 बार जबरन वसूली की गई। तलाशी के दौरान, सीबीआई ने बैंक खाते की डिटेल्स, डेबिट कार्ड, चेक बुक और डिजिटल उपकरणों सहित महत्वपूर्ण सबूत जुटाए। वहीं, एक पीड़ित से अपराधियों ने 42 बार 3 महीने में 7.67 करोड़ रुपये ऐंठ लिए।
यह मामला राजस्थान के झुंझुनू स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था, जिसे राजस्थान सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने जांच शुरू की। सीबीआई का ऑपरेशन चक्र-V के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, संभल, महाराष्ट्र में मुंबई, राजस्थान में जयपुर और पश्चिम बंगाल में कृष्णानगर सहित देश भर में 12 जगहों पर छापेमारी की गई।
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