बिहार के समस्तीपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पिता ने समाज की मर्यादा और जाति की बंदिशों के नाम पर अपनी ही बेटी की जान ले ली। 25 साल की साक्षी, जो अपने प्यार के साथ घर से भागकर दिल्ली चली गई थी, कुछ दिनों बाद पिता के बुलाने पर वापस तो लौटी, लेकिन यह वापसी उसकी जिंदगी की आखिरी यात्रा बन गई। एक ओर जहां बेटियां अपने हक और प्यार के लिए समाज की बंदिशें तोड़ने की कोशिश कर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ घरों में अब भी परंपरा और इज्जत के नाम पर रिश्तों का गला घोंटा जा रहा है। यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि हमारे समाज के उस काले पहलू को उजागर करती है, जहां इज्जत की कीमत एक बेटी की जान से चुकाई जाती है।
प्रेम में भागी बेटी बनी पिता के गुस्से का शिकार
साक्षी नाम की युवती अपने घर के पास रहने वाले लड़के से प्यार करती थी जो कि अलग जाति का था। दोनों साथ कॉलेज भी जाते थे। करीब एक महीने पहले, 4 मार्च को वह प्रेमी के साथ दिल्ली चली गई थी। यह बात उसके पिता मुकेश सिंह को बिल्कुल नागवार गुजरी।
दिल्ली से बुलाया वापस, फिर हुई हत्या
पिता मुकेश सिंह जो पूर्व सैनिक बताया जा रहा है, ने किसी तरह उसे दिल्ली से वापस समस्तीपुर बुला लिया। कुछ दिन सब सामान्य रहा, लेकिन फिर अचानक साक्षी गायब हो गई। जब उसकी मां ने पूछताछ की तो मुकेश ने कहा कि वह फिर से घर छोड़कर चली गई है।
बंद बाथरूम से आई सड़ांध, खुला राज
परिवार को जब घर के एक बाथरूम से बदबू आने लगी तो शक गहराया। मां ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब बंद बाथरूम को खोला, तो अंदर साक्षी की लाश मिली। इसके बाद पुलिस ने मुकेश सिंह से सख्ती से पूछताछ की जिसमें उसने जुर्म कबूल कर लिया।
प्रेमी को भी मारने निकला था आरोपी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी मुकेश सिंह बेटी की तरह उसके प्रेमी को भी मारना चाहता था, लेकिन वह गांव में मौजूद नहीं था जिससे उसकी जान बच गई। पुलिस ने अब आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।