बिहार में एक ओर जहां राज्य में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है, वहीं राज्य में लगातार अपराध भी बढ़ रहे हैं। हाल ही में पटना में 3 लोगों को गोली मारी गई थी। इस बीच, राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था को पूरी तरह विफल बताया और कहा कि सरकार आम नागरिकों की सुरक्षा में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है।
#WATCH | पटना: राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कहा, “बिहार में अपराधियों का बोल-बाला है। पुलिस प्रशासन, कानून-व्यवस्था नीतीश कुमार और NDA के राज में चौपट हो चुकी है। पुलिस अपराधियों को पकड़ नहीं पाती है और दूसरी तरफ निर्दोष लोगों को थाने में बुलाकर… pic.twitter.com/X49wgJM2gN
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 22, 2025
‘पुलिस खुद गुंडागर्दी कर रही’
तेजस्वी यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जो सरकार चूहा नहीं पकड़ पा रही है, वह अपराधियों को क्या पकड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में अपराधियों का बोलबाला है और पुलिस खुद गुंडागर्दी कर रही है। राज्य में हालात बेकाबू हो गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘अचेत अवस्था’ में हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस निर्दोष लोगों को थानों में बुलाकर पीट रही है। यहां तक कि महिलाओं पर भी अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन शासन में बैठे लोग मूकदर्शक बने हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री को तेजस्वी की चुनौती
इस दौरान तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर खुली बहस की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि मंगल पांडे जहां चाहें, जब चाहें, डिबेट कर सकते हैं। जगह और समय भी वह खुद तय कर सकते हैं। बस हमें एक दिन पहले बता दें, मैं उनसे बहस के लिए तैयार हूं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी तंज कसा कि विधानसभा में तो स्वास्थ्य मंत्री का मुंह नहीं खुलता, वे बहस क्या करेंगे?
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बेरोजगारी पर क्या बोले तेजस्वी?
राज्य में युवाओं के आंदोलन और बेरोजगारी पर बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जो छात्र और अभ्यर्थी अपने अधिकारों और नौकरियों की मांग करते हैं, उन्हें पुलिस की लाठियों का सामना करना पड़ता है, और मुख्यमंत्री चुप रहते हैं। तेजस्वी यादव के इस तीखे बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है और विपक्ष ने एक बार फिर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।