बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी ने जन सुराज अभियान चला रहे प्रशांत किशोर (PK) के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर पीके ने माफी नहीं मांगी तो वह सुप्रीम कोर्ट तक जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि प्रशांत किशोर ने न सिर्फ मुझे अपमानित किया है, बल्कि उनके बयान पिछड़े और दलित समाज के खिलाफ मानसिकता को दर्शाते हैं। अब यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि समाज की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा-दलित विरोधी मानसिकता अब नहीं चलेगी। बिहार के लोग जाग चुके हैं और सम्मान के खिलाफ कोई भी बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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जानें क्या है पूरा मामला?
हाल ही में प्रशांत किशोर ने एक जनसभा में अशोक चौधरी को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसे मंत्री ने झूठा, भ्रामक और अपमानजनक बताया है। इसे लेकर अशोक चौधरी ने कानून का सहारा लेते हुए पटना सिविल कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया।
बिहार की राजनीति में नई खींचतान
इस मानहानि केस ने बिहार की सियासत में एक बार फिर सियासी गरमी तेज कर दी है। एक ओर जहां पीके लगातार सरकार और नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं अब सरकारी स्तर पर पलटवार शुरू हो गया है। अब सवाल उठता है कि अब प्रशांत किशोर माफी मांगेंगे या फिर अदालत में अपना जवाब दाखिल करेंगे।
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