Jamui illegal arms factory: बिहार चुनाव से पहले बड़ी खबर आ रही है। यहां जमुई में अवैध हथियार फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल से हथियार बनाने का सामान और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार जमुई पुलिस को जिले में अवैध हथियार के निर्माण की गुप्त सूचना मिली थी। पुलिस ने सूचना के आधार पर पुलिस की दो टीम गठित की। पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस से जानकारी एकत्रित की और फिर छापेमारी कर फैक्ट्री को सीज किया है।
अंतरराज्यीय गिरोह के मिले सुराग, पुलिस ने इन राज्यों की पुलिस से साधा संपर्क
ये चौथी बार है जब जमुई में मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ। जानकारी के अनुसार पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों के दिल्ली, गुजरात, यूपी और मुंबई समेत अन्य जगह संपर्क है। बिहार से अवैध हथियार बनाकर देश के विभिन्न राज्यों में सप्लाई होते हैं।
देहात इलाके में ही क्यों स्थापित की फैक्ट्री, जब गांव वालों को हुआ था शक
पुलिस के अनुसार ये फैक्ट्री झाझा थानाक्षेत्र इलाके के घोरिकवा गांव में पकड़ी गई है। देहात इलाके में आसानी से इस काम को जांच एजेंसियों की नजरों से छिपाया जा सकता है इसी लिए आरोपियों ने ये फैक्ट्री गांव में स्थापित की। ये शहर से हथियार बनाने का सामान लाते और यहां काम करते थे। फैक्ट्री में रात दिन काम होता था। पूछने पर आस पड़ोस के लोगों को आरोपी कोई न कोई बहाना बनाकर हर बार बहका देते थे।
राहुल-प्रियंका की हुई थी रैली, अवैध हथियार फैक्ट्री मिलने के बाद पुलिस अलर्ट
फिलहाल पुलिस फैक्ट्री से किन-किन लोगों को अवैध हथियार बेचे गए। आरोपियों का किस राज्य में किस गैंग से संपर्क है ये सब डिटेल जुटाने में लगी है। पुलिस के आला अधिकारी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से हथियार बनाने की अवैध फैक्ट्री मिलने से सकते में हैं। बता दें प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं। राज्य में चुनाव आयोग के कर्मचारी मतदाता सूची अपडेट कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस, बीजेपी समेत विभिन्न पार्टियों के नेताओं की आवाजाही तेज है।
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