Bihar Minister Chandra Shekhar Used Abusive Word : बिहार सरकार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर की विवादित प्रतिक्रिया आई है। इस्तीफे को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके (केके पाठक) मन में हम थोड़े ही बैठे हैं। उनका काम करने का मन नहीं हुआ तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसमें हम क्या करें? इस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने एक अपशब्द का इस्तेमाल भी कर डाला।
पीएम मोदी और भाजपा को लिया निशाने पर
चंद्र शेखर गुरुवार को बेगूसराय पहुंचे थे और यहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। इसी संबोधन के दौरान उनकी जुबान फिसली। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को भी निशाने पर लिया। चंद्र शेखर ने कहा कि भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए जनता को तरह-तरह के सब्जबाग दिखाए और हर खाते में 15 से 20 लाख रुपये भेने का वादा किया था।
किसानों की आमदनी नहीं लागत दोगुनी हुई
उन्होंने कहा कि मोदी ने हर साल 22 करोड़ लोगों को नौकरी देने की बात कही थी। नौ साल से ज्यादा बीत गए हैं और अभी तक एक लाख लोगों को भी नौकरी नहीं मिल पाई है। अपने आप को चौकीदार बताने वाले नरेंद्र मोदी ने धीरे-धीरे सरकारी संसाधनों को निजी हाथों में बेच दिया। किसानों को आमदनी दोगुनी करने का भरोसा देकर किसानों की लागत दोगुनी कर दी गई। वहीं महंगाई की मार से सब परेशान है। आज हर चीजों का दाम आसमान छू रहा है।
भापा सरकार ने देश की जनता को बस ठगा
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता चंद्र शेखर ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने कफन से लेकर नमक तक, हर वस्तु पर जीएसटी लगाने का काम किया है। सीमा सुरक्षा की बात करें तो चीन की बात तो दूर नेपाल जैसे छोटे देश ने भी 7000 एकड़ से अधिक भूमि पर अपना कब्जा कर लिया। मोदी और भाजपा की सरकार ने आज तक सिर्फ हिंदू-मुसलमान और कश्मीर-पाकिस्तान जैसी बातें कर लोगों को ठगा है। उन्होंने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया है।
इंसान को छूत-अछूत, ऊंच नीच में बाँटने वाली मनुवाद द्वारा अस्पृश्य बनाईं गईं कुल में पैदा हुई शबरी के जूठे बेर खाने वाले प्रभु श्रीराम का भक्त हूँ। देश में कमरतोड़ महंगाई लाने,सार्वजनिक उपक्रमों को लूटने तथा बेरोज़गारों के भविष्य को बर्बाद कर भगवान के नाम पर राजनीतिक दुकान चलाने… pic.twitter.com/3uMlDYeAEY
— Prof. Chandra Shekhar (@ProfShekharRJD) January 11, 2024
गरीबों को नहीं मिला योजनाओं का फायदा
चंद्र शेखर ने दावा किया कि नीतीश कुमार और तेजस्वी की बिहार सरकार ने जो वादे किए उन्हें पूरा किया। लाखों लोगों को नौकरी दी। भाजपा आज आज गांव-गांव अक्षत भेजने के नाम पर उगाही कर रही है जबकि बात नौकरी देने की होनी चाहिए। गरीबों को रोटी, कपड़ा और मकान चाहिए लेकिन उनसे मकान का हक ले लिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मार्च 2022 के बाद गरीबों को नहीं मिला है। 12 लाख करोड़ रुपये की बंदरबांट कर ली गई।
देश में वर्ण व्यवस्था लाना चाहती है भाजपा
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य बना जहां जाति आधारित गणना हुई और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास का लाभ भी मिल रहा है। भगवान ने वर्ण व्यवस्थानहीं बनाई थी और न ही उन्होंने लोगों को जातियों में बांटा था। लेकिन आज ये लोग जाति में बांट कर वर्ण व्यवस्था स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं, लेकिन जो शबरी के बेटे को मंदिर में न घुसने दे उसको नहीं मानते।
राष्ट्रपति को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि साल 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जगन्नाथ पुरी मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भी घुसने नहीं दिया गया। जब हमने इसी बात को दोहराया और कहा कि जाति प्रथा भगवान के द्वारा नहीं बनाई गई वह पुरखों की गलती से बनी है उसे मानने की जरूरत नहीं, तो हमारी जीभ की कीमत 10 करोड़ लगा दी गई। वही बात जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की तो किसी ने चूं तक नहीं की।