Bihar News: नए साल के पहले हफ्ते से बिहार में जातीय गणना शुरु होने वाली है। पहले फेज में आवासीय मकानों की गिनती होगी। पटना के वीआईपी इलाकों जहां अधिकारियों, विधायकों और मंत्रियों के आवास हैं यह काम शुरू होगा जानकारी के मुताबिक 7 जनवरी से जातीय गणना का पहला फेज शुरू होगा। सबसे पहले प्रत्येक मकान में नंबर डाला जाएगा। फिर इसके बाद घर के मुखिया का नाम, घर के सदस्यों का नाम नोट किया जाएगा। करीब दो हफ्ते 21 जनवरी तक आवासीय मकानों की गिनती होगी।
बिहार (#Bihar) में नए वर्ष की शुरूआत में ही जातीय गणना की शुरूआत होगी। पहले चरण में आवासीय मकानों की गिनती होनी है। इसकी शुरूआत पटना (#Patna) के वीआईपी इलाकों से होनी है, जहां अधिकारियों और विधायकों, मंत्रियों के आवास हैं। pic.twitter.com/y2T14dy2Q7
---विज्ञापन---— IANS Hindi (@IANSKhabar) January 2, 2023
दूसरे चरण में यह होगा
पहले फेज का काम खत्म होने के बाद दूसरे चरण अप्रैल 2023 में शुरू होगा। हर घर में रहने वाले लोगों की पूरी जानकारी ली जाएगी। इसमें जाति, पेशा सहित 26 कॉलम का फॉर्म है। बता दें पटना जिले में कुल 45 प्रक्षेत्र बने हुए हैं। छह गणक खंड पर एक पर्यवेक्षक तैनात किए गए है। कुल 2116 पर्यवेक्षक प्रतिनियुक्ति किए गए हैं। सभी गणना कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
जब गर्माई राजनीति…
2022 में जातीय गणना को लेकर बिहार में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला था। इस मंडल ने देश में जातीय गणना कराए जाने की मांग की थी। उस समय केंद्र सरकार ने ऐसा संभव नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद राज्य सरकार ने अपने खर्च पर जातीय गणना कराने का निर्णय लिया है। इससे पहले जातीय जनगणना को लेकर बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से विधेयक पास हुआ था।