Avadh Bihari Chaudhary: बिहार में सियासी पारा फिर चढ़ गया है। कल (12 फरवरी ) एनडीए की नई सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है। लेकिन इससे पहले बिहार की राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है। दरअसल, बहुमत से पहले विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ ही अविश्वास प्रस्ताव रखा गया है। इस प्रस्ताव पर कल बहुमत साबित होने से पहले चर्चा होनी तय की गई है।
"RJD के विधायक क्या किसी कार्यकर्ता को भी कोई नहीं खरीद सकता है.."
---विज्ञापन---◆ बिहार विधानसभा में कल होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले RJD नेता विजय सिंह ने कहा#BiharFloorTest | Bihar | #TejashwiYadav pic.twitter.com/ZmKz8AFAPR
— News24 (@news24tvchannel) February 11, 2024
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इसलिए की जा रही विधानसभा अध्यक्ष को हटाने की कवायद
सीएम नीतीश कुमार जहां कल सदन का विश्वास हासिल करने की जुगत में लगे थे। लेकिन अब इससे पहले ही विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास पत्र पर वोटिंग होना तय किया गया है। बता दें वर्तमान में अवध बिहारी चौधरी विधानसभा के अध्यक्ष हैं। जो राजद पार्टी से हैं। अब नई सरकार अपने पक्ष के किसी विधायक को विधानसभा अध्यक्ष बनाना चाहती है। बहुमत साबित करने के दौरान कोई गड़बड़ी न हो इसलिए यह सब कवायद की जा रही है।
38 विधायकों ने दिया अविश्वास प्रस्ताव
विधानसभा की कार्यवाही की कार्य सूची में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सूचीबद्ध किया गया है। वहीं, विपक्षी खेमे ने नीतीश सरकार को विश्वास के पहले इस अविश्वास पर ही गिरने की रणनीति तैयार कर ली है। जानकारी के अनुसार सत्ता पक्ष की तरफ से 38 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास का प्रस्ताव दिया है। इस पर राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा का कहना है विधानसभा के अध्यक्ष को हटाने के लिए कुल 122 विधायकों का समर्थन जरूरी है। उनका कहना था कि विधानसभा अध्यक्ष को हटाने के लिए बिहार विधानसभा के कुल 243 विधायकों में से करीब 122 विधायकों का समर्थन चाहिए।
बिहार में चल रहा यह सियासी ‘खेला’
बिहार में सियासी हलचल जोरों पर है। रविवार को बीजेपी ने अपने विधायकों को नजरबंद किया है। इससे पहले शनिवार को राजद के विधायकों को पहले ही तेजस्वी यादव के आवास में रखा गया है। वहीं, कांग्रेस पहले ही अपने विधायकों को हैदराबाद में भेज चुकी है। उधर, बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी नई सरकार में अपने बेटे को एससी, एसटी कल्याण समेत तीन विभाग मिलने पर सवाल खड़े किए हैं।
नए स्पीकर का चुनाव भी 12 फरवरी को
जानकारी के अनुसार एनडीए की सरकार में नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को सीएम पद की शपथ ली थी।। वह 9वीं बार बिहार के सीएम बने हैं। उनके साथ 8 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी। कल 12 फरवरी को सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इसी दिन नए स्पीकर का भी चुनाव होना हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं।
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