बिहार के शहरी विकास मंत्री जीवेश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है. यह नोटिस तेजस्वी यादव के उन बयानों को लेकर भेजा गया है जो उन्होंने सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मंत्री जीवेश कुमार के खिलाफ दिए थे. मंत्री ने कहा है कि तेजस्वी के सारे बयान झूठे हैं. इससे उनकी छवि धूमिल हुई है.
नोटिस में तेजस्वी की फेसबुक पोस्ट का जिक्र
जानकारी के अनुसार, नोटिस में विशेष रूप से 15 और 16 सितंबर 2025 को तेजस्वी यादव द्वारा फेसबुक पर की गई पोस्ट का जिक्र किया गया है. इन पोस्ट में तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर जीवेश कुमार को नकली दवा बेचने वाला और दवा चोरी में सजायाफ्ता मंत्री कहा था.
जीवेश कुमार ने अपने कानूनी नोटिस में इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है. नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि मंत्री जीवेश कुमार पर कभी भी दवा चोरी का आरोप नहीं लगा और न ही किसी अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया है.
तेजस्वी यादव के बयान झूठे हैं- जीवेश कुमार
मंत्री जीवेश कुमार ने कानूनी नोटिस में यह भी कहा है कि जिस मामले का हवाला देकर तेजस्वी यादव ने ये बयान दिए हैं, उसमें अदालत ने उन्हें सजा नहीं सुनाई थी. उन्हें प्रोबेशन ऑफ ऑफेंडर्स एक्ट के तहत लाभ दिया गया था. सबसे बड़ी बात यह है कि कोर्ट ने 30 जून 2025 को उस आदेश पर रोक लगा दी थी.
जीवेश कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव के ये बयान न सिर्फ झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं, बल्कि न्यायालय की अवमानना के दायरे में भी आते हैं. तेजस्वी इन बयानों से राजनितिक लाभ लेना चाहते हैं.
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15 दिन में माफी मांगे तेजस्वी यादव- मंत्री
जीवेश कुमार ने कानूनी नोटिस के माध्यम से तेजस्वी यादव को 15 दिनों के भीतर सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है. ऐसा न करने पर जीवेश कुमार ने मानहानि और कोर्ट की अवमानना का मामला दायर करने की चेतावनी दी है. नोटिस में कहा गया है कि यदि कानूनी कार्रवाई होती है तो तेजस्वी यादव को व्यक्तिगत रूप से सभी कानूनी खर्च और परिणाम भुगतने होंगे.