Asian Games 2023: चीन में हो रहे 19वें एशियन गेम में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। अभी तक के खेल में कई खिलाड़ियों ने अपना दम खम दिखाया है। हालांकि, इनमें से सबसे ज्यादा ट्रेंड राम बाबू हो रहे हैं। राम बाबू ने एशियन गेम 2023 के 35KM रेस वॉक स्पर्धा में कांस्य पदक जीताहै। कांस्य पदक जीतने के बाद राम बाबु की हर तरफ चर्चा हो रही है। उन्होंने कई कठिनाइयों को सामना करते हुए चीन में भारत का झंडा लहराया है।
एथलीट राम बाबू की सफलता की कहानी हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। जिन भी लोगों ने उनके पीछे की कहानी को जाना वह आज उनपर गर्व कर रहा है। इन्हीं में से एक वन सेवा अधिकारी परवीन कासवान भी हैं, जिन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राम बाबु का एक वीडियो शेयर करते हुए उनकी तारीफ की है।
मनरेगा मजदूर थे राम बाबू
चीन में धमाल मचाने वाले भारत के राम बाबु एक गरीब परिवार से आते हैं। उन्होंने एमजीएनआरईजीएस (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) मजदूर और वेटर के रूप में काम किया था। कासवान ने जो वीडियो पोस्ट किया उसमें बाबू को एक खेत में मजदूरी करते दिखाया गया है।
These are the real heroes, the media should show life struggles and achievements of these people so that many can get inspiration. Instead they are busy in showing crimes and pathetic politics all the day.
---विज्ञापन---— Praful Chaudhari (@Praful5590) October 4, 2023
कासवान ने राम बाबू का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “वह राम बाबू हैं, जो कभी मनरेगा मजदूर और वेटर के रूप में काम करते थे। आज उन्होंने #AsianGames में 35 KM रेस वॉक मिक्स्ड टीम में ब्रॉन्ज मेडल जीता। दृढ़ संकल्प और धैर्य के बारे में बात करें।”
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यूपी के रहने वाले हैं बाबू
राम बाबू यूपी के सोनभद्र जिले के बहुअरा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता खेतिहर मजदूर के रूप में काम करते हैं। एशियन गेम में धमाल मचाने वाले राम बाबू के परिवार में पिता, मां, तीन बहन हैं।
राम बाबू और मंजू रानी ने एशियाई खेलों में 5 घंटे, 51 मिनट और 14 सेकंड के उल्लेखनीय संयुक्त समय के साथ मिक्स्ड टीम 35KM रेस वॉक स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।