नई दिल्ली: टीम इंडिया ने आखिरी बार ICC ट्रॉफी 2013 में जीती थी। लगभग दस साल से भारतीय टीम के हाथ खाली हैं। धोनी ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीत के लिए टीम का नेतृत्व किया था। इसके बाद टीम ने चार आईसीसी फाइनल गंवाए हैं। साथ ही कई मौकों पर सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। इस महीने की शुरुआत में भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल भी हार गया था।
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पूर्व चयनकर्ता भूपिंदर सिंह ने किया खुलासा
CSK के आईपीएल 2023 खिताब जीतने के बाद फैंस धोनी से संन्यास वापस लेने की गुहार लगा रहे हैं। फैंस का कहना है कि धोनी को एक बार फिर भारतीय टीम का कप्तान बनकर आईसीसी ट्रॉफी जिताने में भूमिका निभानी चाहिए। भारत को धोनी जैसा कप्तान नहीं मिला है, जो सफेद गेंद के तीन आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान हैं। कप्तान के रूप में रोहित के भविष्य के बारे में चर्चा के बीच भारत के पूर्व चयनकर्ता भूपिंदर सिंह सीनियर ने धोनी को कप्तान नियुक्त करने के बीसीसीआई के फैसले के पीछे के कारण का खुलासा किया है।
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हमें उनके बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी
सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा- टीम में एक ऑटोमेटिक चॉइस होने के अलावा आप खिलाड़ी के क्रिकेट स्किल, बॉडी लैंग्वेज, सामने से नेतृत्व करने की क्षमता और मैनेजमेंट स्किल को देखते हैं। हमने धोनी के खेल के दृष्टिकोण, बॉडी लैंग्वेज, वह दूसरों से कैसे बात करते हैं…जैसे पहलू देखे। हमें उनके बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। इसके बाद उन्हें कप्तान नियुक्त करने का फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि धोनी आईपीएल के दौरान भी युवा खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौके देते नजर आते हैं। खिलाड़ियों से उनकी लगातार बातचीत हर समय चर्चा का विषय रहती है। बता दें कि टीम इंडिया अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 मैच खेलेगी।
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