Bishan Singh Bedi Death: भारतीय क्रिकेट के महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी का सोमवार को निधन हो गया है। उन्होंने 77 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। वह भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान भी थे। उन्होंने भारत के लिए 67 टेस्ट और 10 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले थे। उनके निधन की खबर से पूरा क्रिकेट जगत वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बीच सदमे में आ गया है। 1966 से 1979 तक वह भारतीय क्रिकेट का हिस्सा रहे। 22 मैचों में उन्होंने कप्तानी भी की।
बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में भारत ने 22 में से 6 टेस्ट मैच जीते थे। अभी उनके निधन का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हुआ है लेकिन जानकारी के अनुसार साल 2021 में उनकी बाइपास सर्जरी हुई थी। यानी कि वह हार्ट के मरीज थे। उनके निधन पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, ‘भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक अपूर्णीय क्षति है। उनके परिवार के लिए इस दुखद घड़ी में पूरा क्रिकेट जगत खड़ा है। उनका भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा योगदान रहा है। जब मैं पंजाब की टीम का प्लेयर था तो बिशन सिंह बेदी ही मेरे कोच थे। उनके जाने से क्रिकेट जगत को बड़ा नुकसान हुआ है।’
#WATCH | Union Sports Minister Anurag Thakur says "Former captain of Indian Cricket team, Bishan Singh Bedi is no more. This is a huge loss for cricket…" pic.twitter.com/saBGd878G0
— ANI (@ANI) October 23, 2023
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बिशन सिंह बेदी का करियर रिकॉर्ड
बिशन सिंह बेदी अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करिअर के दौरान कुल 77 मुकाबले खेलने में कामयाब रहे। इसमें 67 टेस्ट और 10 वनडे मुकाबले शामिल हैं। बेदी ने टेस्ट क्रिकेट की 118 पारियों में 28.71 की औसत से 266 विकेट लिए थे। वहीं वनडे की 10 पारियों में सात विकेट चटकाने में कामयाब रहे।
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बात करें उनके बल्लेबाजी प्रदर्शन के बारे में तो उनके बल्ले से टेस्ट क्रिकेट की 101 पारियों में 8.98 की औसत से 656 रन निकले। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम एक अर्धशतक दर्ज है। वहीं वनडे में वह सात पारियों में केवल 31 रन का योगदान दे सके। बेदी, चंद्रशेखर और प्रसन्ना की तिकड़ी का एक वक्त भारतीय क्रिकेट में लोहा माना जाता था।
भारत की पहली वनडे जीत में था अहम योगदान
बिशन सिंह बेदी साल 1975 में भारत की पहली वनडे जीता का हिस्सा थे। उस वक्त वनडे मैच 60 ओवर का होता था। उन्होंने ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ इस जीत में अहम रोल निभाया था। उन्होंने 12 ओवर में 8 मेडन फेंकते हुए सिर्फ 6 रन दिए थे और एक विकेट अपने नाम किया था। इसके अलावा फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 370 मैचों में 1560 विकेट दर्ज हैं।