Asian Games 2023: भारत के अविनाश साबले ने एशियन गेम में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में पहला स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। इस जीत के साथ ही अविनाश ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोड़ते हुए 8:19:53 का समय लेकर मुकाबला अपने नाम कर लिया है। यह भारत के लिए 12वां स्वर्ण पदक है। चलिए हम आपको बताते हैं कौन हैं एथलीट अविनाश साबले, जिन्होंने देश का सीना गर्व से ऊंचा कर दिया है।
कभी इंडियन आर्मी में शामिल थे अविनाश
अविनाश सेबल का जन्म 13 सितंबर 1994 को महाराष्ट्र के बीड जिले के मांडवा में हुआ है। वह एक किसान के परिवार में पैदा हुआ था। जब वह छह साल के थे, तब वह पैदल 6 किमी की दूरी तय कर स्कूल जाया करते थे, क्योंकि उसके गांव में कोई परिवहन की सुविधा नहीं थी। 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारतीय सेना की 5 महार रेजिमेंट में शामिल हो गए थे। साल 2013-2014 में अविनाश ने सियाचिन ग्लेशियर, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तान और फिर 2015 में सिक्किम में ड्यूटी करते हुए सेवा दी थी।
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2018 में तोड़ा था 37 साल पुराना रिकॉर्ड
इस कड़ी में अपने सहयोगियों के आग्रह पर 2015 में पहली बार अंतर-सेना क्रॉस कंट्री दौड़ में भाग लिया था। उन दिनों अविनाश का वजन काफी अधिक था, लेकिन राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने से पहले तीन महीने उन्होंने 20 किलोग्राम वजन कम किया। फिर 2018 में सेबल कोच कुमार के पास वापस चले गए, क्योंकि वहां की दिनचर्या उन्हें शूट नहीं कर रहा था। टखने की चोट के कारण 2018 एशियाई खेलों के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे थे। इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी करते हुए भुवनेश्वर में 2018 नेशनल ओपन चैंपियनशिप में 8:29.80 का समय लेकर गोपाल सैनी के 8:30.88 के 37 साल पुराने राष्ट्रीय रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया।