(केजे श्रीवत्सन, जयपुर)
Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक 2024 में अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था। ये उनका पैरालंपिक में दूसरा गोल्ड हैं। इससे पहले उन्होंने टोक्यो में भी एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसी बीच अवनि लेखरा ने पिता प्रवीण लखेरा ने उनकी सफलता का राज खोला है।
‘रामायण की चौपाई का है असर’
न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में अपनी बेटी की सफलता का राज खेलते हुए प्रवीण लखेरा ने कहा, ‘मैंने बेटी अवनि लेखरा को रामायण की एक चौपाई टिप के रूप में दी थी। ये चौपाई हनुमानजी की खोई शक्तियां याद दिलाने के लिए पढ़ी गई थी। उसी का असर है कि अवनि ने पूरे दमखम के साथ गोल्ड मेडल जीता है।’
PARALYMPIC CHAMPION, BABY 🤩🥇
Elated to have defended my Gold Medal from Tokyo 2020. Work not done yet as there’s 2 more events to follow. Focused now on doing my best in them.
Thank you for all the wishes! 🫶🏽 pic.twitter.com/owH9xkkLB7
— Avani Lekhara अवनी लेखरा PLY (@AvaniLekhara) August 30, 2024
उन्होंने आगे कहा, ‘अवनि एक अच्छी बच्ची है। वो शूटिंग में बहुत अच्छी हो गई है और वो अब बहुत कम गलती करती है। इसी वजह से उसने पिछली बार गोल्ड मेडल जीता था और इस बार भी इस कारनामे को दोहराया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले इवेंट्स में भी वो अच्छी करेगी।
ये भी पढ़ें:- टी20 विश्व कप के बाद कप्तानी छोड़ देगी ये क्रिकेटर, खुद बताई इसके पीछे की वजह
कोच ने भी कही ये बात
अवनि के कोच चंद्रशेखर ने News24 को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘अवनि ने बहुत ज्यादा टैलेंट हैं। उसमे सीखने की बहुत ज्यादा ललक है। वो हर काम बहुत ज्यादा फोकस के साथ करती है। वो इसी तरह से खुद को तैयार करती है। वो भारत के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिसमे पैरालंपिक में दो बार गोल्ड जीता है।
A big congratulations to Avani Lekhara on her incredible Gold medal achievement and to Mona Agarwal for clinching the Bronze at the Paris Paralympics! Your achievements are a testament to perseverance and talent. Well done! 🎉🏅👏 #Paralympics #Paris2024 #WomenInSports… pic.twitter.com/XKKkZtDZsV
— Manu Bhaker🇮🇳 (@realmanubhaker) August 30, 2024
उन्होंने आगे कहा, ‘इवेंट से पहले मैंने उसे फोकस करने को कहा था। मैंने उससे अपनी तकनीक पर भरोसा करने को कहा था क्योंकि ये हर खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा गुरुमंत्र होता है।
ये भी पढ़ें;- ICC चेयरमैन पद के चुनाव में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जय शाह का किया समर्थन या विरोध? देखें रिपोर्ट