Paris Olympics: इतिहास रचने वाली भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को ओवरवेट के कारण डिस्क्वालीफाई कर दिया गया है। बुधवार को Champ-de-Mars Arena में उनका मुकाबला अमेरिकी पहलवान से होना था। लेकिन विनेश 50 किलो वर्ग के लिए अयोग्य घोषित कर दी गईं। सारा हिल्डब्रांट से भिड़ने से पहले उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक मिला। जिसकी वजह विनेश का मेडल जीतने का सपना टूट गया। वे ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनी थीं। क्या ऐसा किसी और के साथ हो चुका है? जी हां, पहले भी कई खिलाड़ी ओवरवेट या दूसरे विवादों के बाद अयोग्य ठहराए जा चुके हैं। ये खिलाड़ी कौन-कौन हैं? आपको विस्तार से बताते हैं।
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क्यूबा के ताइक्वांडो खिलाड़ी एंजेल माटोस पर 2008 बीजिंग ओलंपिकमें आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था। एक मैच के दौरान उन्होंने एक रेफरी को चेहरे पर लात मार दी थी। माटोस ने जान-बूझकर ऐसा किया था। जिसके बाद उनको नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया और बाहर कर दिया गया।
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---विज्ञापन---विनेश फोगाट को कल रात को ही बता दिया गया था की 100gm वज़न ज्यादा है उनका!
जिसके बाद विनेश पूरी रात नहीं सोयी और वज़न को तय केटेगरी मे लाने की हरसंभव कोशिस की जिसमे जॉगिंग स्किपिंग और साइकिलिंग शामिल है!इतना ही नहीं विनेश ने अपने… pic.twitter.com/9FVTXIGEns
— Salim Khan سليم خان (@salimyusufkhann) August 7, 2024
2004 में ईरानी जूडो फाइटर का दो किलोग्राम वजन अधिक मिला था। जिसके कारण अरश मिरेस्माली को इजराइली खिलाड़ी के साथ भिड़ने से पहले ही अयोग्य ठहराया गया था। इस खिलाड़ी ने इजराइली आईओसी की मान्यता का विरोध भी किया था। क्योंकि ईरान इजराइल को मान्यता नहीं देता है। इसलिए ईरान ने इस खिलाड़ी की प्रशंसा की थी। तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी ने कहा था कि अरश को ईरान की हिस्ट्री में दर्ज किया जाएगा।
1984 ओलंपिक की बात है। लॉस एंजिल्स में अमेरिकी मुक्केबाज इवेंडर होलीफिल्ड को गोल्ड मुकाबले से बाहर कर दिया गया था। आरोप था कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाड़ी को बिना वजह मुक्का मारा था। जिसके बाद गोल्ड से चूके होलीफिल्ड को केवल कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था।
Unbelievable This is the same vinesh fogat she was neither supported by the government nor by other people, one more medal is going to come in India’s bag 🤫🫡#Olympics #VineshPhogat #wrestling #Paris2024 pic.twitter.com/M1h6dRrTpt
— RamVeer Doi🦋 (@RamDoi9) August 6, 2024
1988 के ओलंपिक में सामने आए थे 2 मामले
1998 ओलंपिक में बीसी स्नोबोर्डर रॉस रेबाग्लियाती को गोल्ड मुकाबले से बाहर किया गया था। जापान के नागानो में आयोजित ओलंपिक में रॉस का मारिजुआना परीक्षण (गांजा, भांग का सेवन) सकारात्मक मिला था। इस फैसले के खिलाफ उन्होंने अपील की थी। कहा था कि एक पार्टी के दौरान वे धुएं के संपर्क में आए थे। काफी दिन बाद उनको राहत मिली थी।
1988 ओलंपिक में कनाडाई स्प्रिंटर बेन जॉनसन का जीत के बाद मेडल छीन लिया गया था। जॉनसन ने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी कार्ल लुईस को 100 मीटर मुकाबले में शिकस्त दी थी। लेकिन दौड़ के बाद उनका स्टेरॉयड टेस्ट (यौन क्षमता बढ़ाने वाली दवा) पॉजिटिव मिला था।
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