Pakistan Cricket Board: पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को एक बड़ा झटका लगा है। इंग्लैंड के कई प्रमुख खिलाड़ी अब इस साल PSL में नहीं खेलेंगे, जिससे टूर्नामेंट पर गहरा असर पड़ सकता है। इन खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी से लीग का कंपटीशन प्रभावित हो सकते हैं। इंग्लैंड की टीम ने अपने खिलाड़ियों को इस लीग से बाहर करने का जो फैसला लिया है, यह पाकिस्तान क्रिकेट प्रेमियों के लिए निराशाजनक है। इस फैसले के पीछे क्या कारण हैं और इसका PSL पर क्या असर होगा? आइए जानते हैं।
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने PSL खेलने पर लगाया प्रतिबंध
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने तय किया है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) और दूसरी फ्रेंचाइज लीग्स में नहीं खेल पाएंगे, अगर ये टूर्नामेंट उनके घरेलू क्रिकेट सीजन के साथ होते हैं। यह फैसला घरेलू क्रिकेट को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है। हालांकि, आईपीएल (IPL) को इस नियम से बाहर रखा गया है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे कमाई करने वाली लीग है। ECB ने कहा है कि खिलाड़ी केवल उन्हीं टूर्नामेंट में खेल सकते हैं, जो उनके घरेलू सीजन के समय में रुकावट न बनें।
खिलाड़ियों के लिए मुश्किल हालात
इस फैसले से इंग्लिश खिलाड़ियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि फ्रेंचाइज लीग्स उनके लिए कमाई का बड़ा जरिया हैं। T20 ब्लास्ट और द हंड्रेड 2025 जैसे घरेलू टूर्नामेंट अमेरिका की मेजर लीग क्रिकेट, कनाडा की ग्लोबल T20 लीग और श्रीलंका प्रीमियर लीग से टकराएंगे। वहीं, कैरेबियन प्रीमियर लीग अगस्त के अंत में शुरू होगी। ECB ने यह भी कहा है कि जो खिलाड़ी फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेलते, वे घरेलू व्हाइट-बॉल मैचों के दौरान दूसरी लीग्स में नहीं खेल पाएंगे। इस साल जेसन रॉय और एलेक्स हेल्स ने T20 ब्लास्ट छोड़कर अन्य लीग्स में हिस्सा लिया था, जिससे ECB ने नाराजगी जताई।
घरेलू क्रिकेट को बेहतर बनाने पर जोर
ECB के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड गूल्ड ने कहा कि यह नीति खिलाड़ियों और काउंटियों को स्पष्टता देती है और घरेलू क्रिकेट की मजबूती सुनिश्चित करती है। उन्होंने कहा कि यह फैसला न केवल घरेलू क्रिकेट बल्कि खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखता है। ECB ने कहा कि खिलाड़ियों को अनुमति तभी दी जाएगी जब इससे उनकी घरेलू टीम या इंग्लैंड क्रिकेट की छवि प्रभावित न हो। इस प्रतिबंध से खिलाड़ियों को भविष्य में सही संतुलन बनाना होगा, ताकि वे फ्रेंचाइज़ क्रिकेट और इंग्लैंड के लिए खेलने के बीच सामंजस्य बिठा सकें।
ECB के Chief Executive ने क्या कहा
ECB के मुख्य कार्यकारी (Chief Executive) रिचर्ड गूल्ड ने कहा कि इस नीति से खिलाड़ियों को काउंटी क्रिकेट को खेलने पर जोर दिया जाएगा और घरेलू क्रिकेट को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला न सिर्फ घरेलू क्रिकेट के लिए, बल्कि खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। ECB ने बताया कि खिलाड़ियों को तब ही अनुमति मिलेगी, जब इससे उनकी घरेलू टीम या इंग्लैंड क्रिकेट की छवि पर कोई असर न हो। इस नियम के तहत खिलाड़ियों को भविष्य में सही संतुलन बनाना होगा, ताकि वे फ्रेंचाइज क्रिकेट और इंग्लैंड क्रिकेट दोनों में अच्छे से खेल सकें।