Pakistan Cricket: पाकिस्तान क्रिकेट उनके खिलाड़ी हमेशा से ही मैच फिक्सिंग को लेकर बदनाम रहे हैं। मोहम्मद आमिर की मैच फिक्सिंग को आज तक कोई नहीं भुला पाया है, जिसने उनके करियर को एक तरह से बर्बाद ही कर दिया था। इससे छुटकारा पाने के लिए अब पीसीबी एक बड़ा नियम लागू करने जा रही है। पीसीबी ने अब भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के उल्लंघन की स्थिति में घरेलू क्रिकेटरों के लिए भी सजा का एक सख्त ढांचा तैयार किया गया है। जिसका निपटारा स्थानीय कानूनों के अनुसार किया जाएगा।
आईसीसी ने भी दिए थे दिशा-निर्देश
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) भी खेल को फिक्सिंग से बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसको लेकर आईसीसी ने कई बड़े कदम भी उठाए हैं। आईसीसी ने कुछ समय पहले सभी देशों के क्रिकेट बोर्ड्स को निर्देश दिए थे कि वे एंटी करप्शन कोड को अपनाए।
जिसको लेकरक हाल ही पीसीबी गवर्निंग बोर्ड की एक बैठक हुई। इस बैठक के दौरान सदस्यों को एक कानूनी अधिकारी ने सूचित किया कि आईसीसी ने एंटी करप्शन कोड को अपनाने का निर्देश दिया है, जिसके लिए बदलाव आवश्यक हैं। सदस्यों ने इसे मंजूरी दे दी है।
Big move from PCB: ICC’s Global Anti-Corruption Code will now apply to domestic cricket too — corruption gets no hiding place. 🕵️♂️ #CleanCricket
---विज्ञापन---— Shiv (@shiv5550yad) August 28, 2025
घरेलू क्रिकेट में भी लागू होगा कानून
पीसीबी अब घरेलू क्रिकेट में ये काननू लागू करने वाला है। जिसके चलते अगर कोई खिलाड़ी फिक्सिंग करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसको कानून के हिसाब से सजा भी मिलेगी। सजा में खिलाड़ी पर बैन के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। जो पहली बार फिक्सिंग करता हुआ पकड़ा जाता है तो उसकी हल्की सजा और जो बार-बार ये गलती करता है तो उसको आजीवन बैन झेलना पड़ेगा।
कितनी मिल सकती है सजा
मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग पर 5 साल से लेकर आजीवन बैन
क्रिकेट पर सट्टा लगाने पर मामले के आधार पर 1 से 5 वर्ष तक का बैन
टीम की आंतरिक जानकारी साझा करने पर 1 से 5 वर्ष का बैन
भ्रष्ट संपर्कों की सूचना न देने पर 2 से 5 साल का बैन
जाँच के दौरान झूठ बोलने, सबूत नष्ट करने या सहयोग से इनकार करने पर 2 से 5 साल का बैन
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