Mitchell Starc IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का आगाज अब से ठीक एक महीने बाद होना है। 22 नवंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की रोमांच से भरपूर टेस्ट सीरीज खेली जानी है। हालांकि, इस सीरीज से पहले ही टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी बज गई है। कंगारू टीम का खूंखार तेज गेंदबाज फॉर्म में लौट आया है, जो अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर भारतीय बैटिंग ऑर्डर को तहस-नहस करने का दमखम रखता है। यह वो फास्ट बॉलर है, जो शुरुआती स्पेल में ही रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों की नाक में दम कर सकता है।
फॉर्म में लौट आया है खूंखार गेंदबाज
ऑस्ट्रेलिया का यह खूंखार तेज गेंदबाज कोई और नहीं, बल्कि मिचेल स्टार्क हैं। स्टार्क ने घरेलू टूर्नामेंट में अपनी रफ्तार से कहर बरपाते हुए फॉर्म में लौट चुके हैं। विक्टोरिया के खिलाफ खेले गए मुकाबले में फास्ट बॉलर ने छह विकेट अपने नाम किए।
18 ओवर के स्पेल में स्टार्क ने 81 रन खर्च करते हुए 6 विकेट निकाले और विपक्षी टीम के बैटिंग ऑर्डर को ध्वस्त कर डाला। बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा साइकल में स्टार्क सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज हैं। स्टार्क का फॉर्म में लौटना कंगारू टीम के लिए बड़ी खुशखबरी है।
Starc finishes with six wickets and leads the side back to the dressing room pic.twitter.com/W1lKz4220h
---विज्ञापन---— Mrinal Asija (@mrinaaal) October 22, 2024
ऑस्ट्रेलिया में घातक हैं स्टार्क
ऑस्ट्रेलिया की धरती पर मिचेल स्टार्क के खिलाफ बल्लेबाजी करना सबसे मुश्किल काम माना जाता है। इसकी वजह उनके बेमिसाल आंकड़े हैं। स्टार्क ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में कुल 50 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान तेज गेंदबाज ने अपनी रफ्तार और स्विंग के दम पर 217 विकेट निकाले हैं। एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा स्टार्क सात बार कर चुके हैं।
स्टार्क का रिकॉर्ड भारत के खिलाफ भी टेस्ट क्रिकेट में कमाल का रहा है। भारत के खिलाफ कंगारू तेज गेंदबाज ने अब तक कुल 18 टेस्ट मैच खेले हैं। 18 टेस्ट की 33 पारियों में स्टार्क ने 48 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है। भारत के खिलाफ स्टार्क का बेस्ट प्रदर्शन 53 रन देकर चार विकेट रहा है।
रोहित-कोहली के लिए बनेंगे सिरदर्द
मिचेल स्टार्क भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। रोहित को शुरुआती ओवरों में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को खेलने में परेशानी होती है। वहीं, कोहली भी पारी की शुरुआत में बाएं हाथ के फास्ट बॉलर की बाहर जाती गेंदों के खिलाफ दिक्कत में दिखाई देते हैं।