IPL 2025: मुंबई इंडियंस (MI) के हेड कोच महेला जयवर्धने ने लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ़ हुए पिछले मैच में तिलक वर्मा को पारी के बीच में रिटायर करने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला पूरी तरह रणनीति के तहत लिया गया था और इसका तिलक की बल्लेबाज़ी या मैच जिताने की उनकी क्षमता से कोई लेना-देना नहीं था।
जयवर्धने ने कहा कि रिटायर करना सिर्फ़ एक रणनीतिक फैसला था, लेकिन लोगों ने इसे ऐसा बना दिया है जैसे ये कोई बड़ी गलती हो। उस समय तिलक 25 रन (23 गेंदों पर) बनाकर खेल रहे थे और सिर्फ़ दो चौके ही लगा पाए थे। इसलिए उनकी जगह मिशेल सेंटनर को बल्लेबाज़ी के लिए भेजा गया, जब टीम को सात गेंदों पर 24 रन चाहिए थे। हालांकि, सेंटनर को ज़्यादा खेलने का मौका नहीं मिला और दूसरी तरफ हार्दिक पंड्या भी टीम को जीत नहीं दिला पाए। इस वजह से मुंबई इंडियंस को 12 रन से हार झेलनी पड़ी।
जयवर्धने ने कही ये बात
मुंबई इंडियंस के हेड कोच महेला जयवर्धने ने सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ होने वाले मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में तिलक वर्मा को रिटायर करने के फैसले पर बात की। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि इसे हर कोई एक टैबू नियम मानता है, लेकिन आज के दौर में क्रिकेट ज्यादा रणनीतिक हो गया है। हम बल्लेबाजी क्रम को गेंदबाजी आक्रमण के हिसाब से बदलते रहते हैं।”
• In 2023, Tilak Verma failed to finish one match.
• Rohit Sharma backed him
• Next game, he took it personally and finished it alone.All you need is Captain like Rohit who give freedom to youngsters not like greedy and insecure pandya 🙂💔pic.twitter.com/BtUqYUTBjZ
— ` (@R0hitinveins) April 5, 2025
जयवर्धने ने आगे कहा, “ऐसा कई बार होता है कि कोई बल्लेबाज क्रीज पर जाता है लेकिन रन बनाने में मुश्किल होती है। तिलक ने पिछले तीन मैचों में मुश्किल हालात में अच्छी बल्लेबाजी की थी और टीम के लिए अहम साझेदारियां की थीं। वह टीम के लिए वही भूमिका निभा रहे हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं। लखनऊ के खिलाफ मैच में वह अच्छी लय में नहीं थे, इसलिए यह मेरा फैसला था कि किसी और को भेजा जाए जो दो बड़े शॉट लगा सके। सेंटनर पिछले कुछ मैचों में अच्छी फॉर्म में थे और ऐसा कर चुके थे, इसलिए उन्हें भेजा गया।”
तिलक वर्मा बने थे MI के पहले बल्लेबाज
तिलक वर्मा मुंबई इंडियंस (MI) के पहले खिलाड़ी बने जिन्हें रिटायर्ड आउट किया गया और IPL इतिहास में यह सिर्फ चौथी बार हुआ है। हालांकि, टी20 क्रिकेट में अब हर गेंद की अहमियत बढ़ गई है, इसलिए यह सोच धीरे-धीरे क्रिकेट की दुनिया में स्वीकार की जा रही है कि अगर कोई बल्लेबाज लय में नहीं है, तो उसे हटा कर किसी और को मौका दिया जाए ताकि टीम को फायदा मिल सके।