कई खिलाड़ी अपने देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखते हैं, और जब वे किसी बड़े टूर्नामेंट, जैसे कि अंडर-19 वर्ल्ड कप में जीत हासिल करते हैं, तो लगता है कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर बस शुरू होने वाला है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप तो जीत लिया, लेकिन वे कभी भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेल पाए? ये खिलाड़ी अपने टैलेंट के बावजूद भारत की सीनियर टीम तक नहीं पहुंच पाए। तो आइए जानते हैं…
हरमीत सिंह
हरमीत सिंह 2010 और 2012 में भारत की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। बाएं हाथ के इस स्पिनर ने अपने शानदार प्रदर्शन से कई लोगों का ध्यान खींचा, लेकिन दुर्भाग्य से वह कभी भारत की सीनियर टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। भारतीय क्रिकेट में सफलता न मिलने के बाद, हरमीत ने अमेरिका की ओर रुख किया और अब वह अमेरिका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
प्रदीप सांगवान
प्रदीप सांगवान भारतीय क्रिकेट में उभरते हुए तेज गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए खेला, जहां उनकी गेंदबाजी की तारीफ हुई। सांगवान की गेंदबाजी में रफ्तार और स्विंग का बेहतरीन मिश्रण था, लेकिन वह कभी भारतीय सीनियर टीम के लिए खेलने का मौका नहीं पा सके। उनमें प्रतिभा होने के बावजूद भी उन्हें भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अवसर नहीं मिला।
मनन वोहरा
मनन वोहरा 2012 में भारत की अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा थे। बल्लेबाजी में अपने आक्रामक अंदाज के कारण वोहरा को IPL में पंजाब किंग्स और लखनऊ सुपर जायंट्स जैसे टीमों से खेलने का मौका मिला। वह घरेलू क्रिकेट में भी कई शानदार पारियां खेल चुके हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक भारत की अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बन पाई। वह अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के बावजूद भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन सके।
श्रीवत्स गोस्वामी
श्रीवत्स गोस्वामी 2008 अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। बाएं हाथ के इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए खेला, जहां उन्होंने कुछ यादगार पारियां खेलीं, लेकिन उन्हें भारत की अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिल पाई। वह घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद कभी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर सके।
तन्मय श्रीवास्तव
तन्मय श्रीवास्तव 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में विराट कोहली के साथ खेलते हुए भारत के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण पारियां खेलीं और उनकी बल्लेबाजी की काफी सराहना हुई। हालांकि, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया, फिर भी वह कभी भारत की इंटरनेशनल टीम के लिए नहीं खेल सके। विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद तनमय का अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू नहीं हो सका।
उन्मुक्त चंद
उन्मुक्त चंद का नाम 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत की कप्तानी करने के बाद काफी चर्चा में आया था। उन्होंने फाइनल में बेहतरीन शतक लगाया था, जिसके कारण भारत ने वह टूर्नामेंट जीता। उन्हें भविष्य का बड़ा खिलाड़ी माना जा रहा था और IPL में दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी खेला। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका सफर कभी शुरू नहीं हो सका। निराश होकर, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को छोड़ दिया और अमेरिका में जाकर क्रिकेट खेलने का फैसला किया। अब वह अमेरिका की ओर से खेलते हैं।