NASA ने संभावित ‘इंटरनेट सर्वनाश’ को रोकने के प्रयास के रूप में एक अंतरिक्ष यान लॉन्च किया है। मिरर के मुताबिक, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के पार्कर सोलर प्रोब (पीएसपी) ने सौर हवा के माध्यम से नेविगेट करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उल्लेखनीय है कि नासा द्वारा लॉन्च किया गया पार्कर सोलर प्रोब सूर्य की सतह के नजदीक पहुंच चुका है।
पार्कर सोलर प्रोब के जरिए NASA वैज्ञानिक जुटा रहे हैं जानकारी
तीव्र गर्मी और विकिरण की कठोर परिस्थितियों के बावजूद, पार्कर सोलर प्रोब सूर्य की कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र करने में लगा रहा। इसके जरिए सूर्य के अंदर की कार्यप्रणाली को समझा जा रहा है। इसी से हमें ज्ञात हुआ कि सौर हवा में सूर्य के सबसे बाहरी वातावरण से निकलने वाले आवेशित कणों की एक सतत धारा होती है, जिसे कोरोना कहा जाता है। इसी से हम सौर हवा को समझ सकें।
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कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्टुअर्ट बेल के अनुसार सौर हवाएं सूर्य से पृथ्वी तक बहुत सारी जानकारी ले जाती हैं। इसलिए सूर्य की हवा के पीछे के तंत्र को समझना पृथ्वी पर व्यावहारिक कारणों से महत्वपूर्ण है। इनका पूर्वानुमान लगाकर हम भविष्य के लिए तैयारी कर सकते हैं। पार्कर प्रोब के जरिए ही हमें ज्ञात हुआ कि सौर हवा में सूर्य के सबसे बाहरी वातावरण से निकलने वाले आवेशित कणों की एक सतत धारा होती है, जिसे कोरोना कहा जाता है। इसी के
कोरोना में ही प्रचंड सौर लहरें उठती हैं जो पृथ्वी पर भी अपना प्रभाव डालती हैं। इन प्रचंड सौर लहरों के कारण ही भू-चुंबकीय तूफान आता है, जो हमारे संचार नेटवर्क के लिए खतरा है। किसी बड़े सौर तूफान के कारण भविष्य में लोगों को महीनों या वर्षों तक इंटरनेट का उपयोग बंद करना पड़ सकता है, इससे उपग्रह और बिजली की लाइनें बेकार हो सकती हैं।
NASA भेजेगा यूरोपा पर अंतरिक्ष यान
इसके साथ ही हाल में, नासा ने एक नया अभियान शुरू किया है, जो जनता को माइक्रोचिप पर अपना नाम लिखने का अवसर प्रदान करता है। इस माइक्रोचिप को अगले साल नासा के यूरोपा क्लिपर स्पेसशिप के साथ भेजा जाएगा। यूरोपा क्लिपर अंतरिक्ष यान अक्टूबर 2024 में बृहस्पति और उसके चंद्रमा यूरोपा की यात्रा कर वहां की जानकारी हम तक भेजेगा।