---विज्ञापन---

गायब हो जाएंगे शनि के छल्ले! 30 साल बाद दिखने जा रहा अद्भुत नजारा

Saturn Rings Will Disappear: शनि ग्रह के बाहरी आवरण पर बनी पर रिंग बनी हुई है। ये छल्ले धीरे-धीरे गायब होने लगेंगे। ऐसा कब, क्यों और कैसे होगा, आइए जानते हैं।

Edited By : Pushpendra Sharma | Updated: Sep 23, 2024 19:41
Share :
saturn rings
शनि ग्रह।

Saturn Rings Will Disappear: ब्रह्मांड अलौकिकता से भरा हुआ है। यही वजह है कि अंतरिक्ष में होने वाली घटनाएं हमें हर पल रोमांचित करती हैं। इस महीने कई खगोलीय घटनाओं ने हमारी रोचकता को बढ़ाया है। अब कुछ महीने बाद एक और बड़ी घटना होने जा रही है। जिसने कौतूहल पैदा कर दिया है। दरअसल, शनि के चारों तरफ बने छल्ले मार्च 2025 में पृथ्वी की नजर से गायब हो जाएंगे। यह खगोलीय घटना लगभग हर 30 साल में होती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि इसके होने के कुछ दुष्परिणाम होंगे। दरअसल, यह घटना शनि ग्रह की कक्षीय स्थिति यानी ऑर्बिटल पोजिशन और अक्षीय झुकाव यानी एक्सियल टिल्ट की वजह से स्वाभाविक रूप से होता है।

इस तरह हो जाएंगे अदृश्य

जानकारी के अनुसार, शनि के छल्लों का अस्थायी रूप से गायब होने की वजह ग्रह के 26.7 डिग्री अक्षीय झुकाव है। जैसे-जैसे शनि अपने 29.5 साल के चक्र में सूर्य की परिक्रमा करेगा, छल्ले पृथ्वी से लगभग अदृश्य हो जाएंगे।

---विज्ञापन---

पतली रेखा के रूप में देते हैं दिखाई

माना जाता है कि ये छल्ले व्यास में बड़े हैं, लेकिन पतले हैं। ज्यादातर जगहों पर ये सिर्फ 10 मीटर मोटे हैं। हालांकि किनारे से देखा जाए तो ये एक पतली रेखा के रूप में दिखाई देते हैं। ये ठीक उसी तरह होता है, जैसे किसी कागज की शीट को किनारे से देखा जाए।

ये भी पढ़ें: NASA का हाई अलर्ट, कल की रात दुनिया पर पड़ेगी भारी! धरती की ओर 72 लाख KM की रफ्तार से आ रही ‘तबाही’

बाद में फिर से दिखाई देने लगेंगे

ये खगोलीय घटना या शनि के छल्लों का गायब होना कुछ समय के लिए ही होगा। मार्च 2025 के बाद ये धीरे-धीरे अपने स्वरूप में आने लगेंगे। जैसे-जैसे शनि अपनी कक्षा में आगे बढ़ेगा। ये छल्ले दिखाई देने लगेंगे। दिलचस्प बात यह है कि इसी साल ये नवंबर में फिर से गायब होते नजर आएंगे। शनि के झुकाव में बदलाव के कारण ये फिर से दिखाई देने लगेंगे।

ये भी पढ़ें: रात को 2 चांद देखने को तैयार रहें! 2500 मील रफ्तार, 138 फीट साइज…Asteroid के बारे में 9 बड़े अपडेट

क्या है आकार? 

ये छल्ले शनि ग्रह की सतह से 175,000 मील तक फैले हुए हैं। से बर्फ के कणों से बने हुए हैं। इन कणों का आकार छोटे धूल के कणों से लेकर बड़े-बड़े पत्थरों जितना हो सकता है। माना जाता है कि ये टूटे हुए धूमकेतुओं या क्षुद्रग्रहों के अवशेष हैं। ये लगभग 10 करोड़ वर्ष पुराने हैं।

ये भी पढ़ें: अलर्ट! भीषण ‘भूकंप-तूफान’ के लिए तैयार रहें; आज 4500000 मील की रफ्तार से धरती की ओर आ रहे 2 Asteroid?

HISTORY

Written By

Pushpendra Sharma

First published on: Sep 23, 2024 07:38 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें