Catastrophe from Sun Scientists Warn: दुनिया का अंत कैसे होगा? इसे लेकर समय-समय पर आशंकाएं सामने आती हैं। वैज्ञानिक भी अगली तबाही को लेकर अपना दावा करते हैं। अब पता चला है कि हमारा अंत सौर तूफान में हो सकता है। वैज्ञानिकों को लगभग 14,300 साल पहले हमारी पृथ्वी पर आए एक भीषण तूफान का प्रमाण मिला है। उनका कहना है कि अगर आज ऐसा होता है तो यह विनाशकारी साबित हो सकता है।
पेड़ के अवशेषों से मिले दिलचस्प सबूत
दरअसल, फ्रांसिसी आल्प्स में ड्रोजेट नदी के किनारे एक पेड़ के अवशेषों से दिलचस्प सबूत मिले हैं। स्कॉट्स पाइन पेड़ के ठूंठ की ग्रोथ से रेडियोकार्बन का पता चला है। जो सौर तूफानों के दौरान सूर्य द्वारा छोड़ा गया एक आइसोटोप है।
कहा जा रहा है कि यह अब तक का सबसे बड़ा सौर तूफान हो सकता है, यहां तक कि कैरिंगटन इवेंट को भी मात दे सकता है, जिसने 1859 में दुनियाभर में तूफान पैदा किया था। इसने रात के समय इतना प्रकाश पैदा किया था कि जैसे सूरज उग रहा हो। अनुमान के अनुसार, 14,000 साल से भी अधिक पहले का यह सौर तूफान संभवतः 1800 के दशक के उत्तरार्ध के तूफान से 10 गुना अधिक था, जिसके कारण टेलीग्राफ सिस्टम अस्त-व्यस्त हो गए थे।
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कर सकते हैं बड़ा नुकसान
वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर आज ऐसा कोई सौर तूफान पृथ्वी पर आया, तो प्रभाव विनाशकारी ही होगा। ऐसे तूफान इलेक्ट्रॉनिक्स को नुकसान पहुंचाते हैं। कॉलेज डी फ्रांस और अनुसंधान केंद्र CEREGE में जलवायु और महासागर विकास के प्रोफेसर एडौर्ड बार्ड के अनुसार, “अगर आज भी इसी तरह के सौर तूफान आते हैं, तो वे समाज के लिए विनाशकारी हो सकता है क्योंकि हम टेक्नोलॉजी पर बहुत अधिक निर्भर हैं।” वे हमारे बिजली ग्रिडों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, संभावित रूप से महीनों तक ब्लैकआउट का कारण बन सकते हैं। सबसे खराब स्थिति में इसके प्रभाव से हमारी जीडीपी को अरबों या खरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है।
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