Connection Between Mars And Earth Revealed : हमारी धरती और मंगल गृह यानी मार्स के बीच की दूरी भले ही 14 करोड़ मील की हो, लेकिन वैज्ञानिकों ने इन दोनों गृहों के बीच एक खास कनेक्शन ढूंढ निकाला है। यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के शोधार्थियों ने हमारे ग्रह के गहरे समुद्रों में चल रहे 24 लाख साल पुराने विशाल व्हर्लपूल के साइकिल का पता लगाया है।
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— Velit.es (@velitesgear) March 14, 2024
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रिसर्चर्स की मानें तो ये साइकिल 4 करोड़ साल से भी ज्यादा समय से चल रहे हैं। इस अंडरवाटर सर्कुलेशन का कनेक्शन धरती और मंगल के बीच होने वाले ग्रेविटेशनस इंटरैक्शंस से जुड़ा हुआ है। यह ग्रह हमारी धरती को हर कुछ करोड़ साल में सूर्य के पास खींचता है।
रिसर्च के लिए समुद्र के तल पर किए 370 छेद
दोनों गृहों के बीच का यह तालमेल धरती के क्लाइमेट को प्रभावित करने के लिए काफी है। रिसर्चर्स को पता चला है कि इन साइकिल्स के दौरान सोलर एनर्जी में इजाफा हुआ है और मौसम में गर्मी बढ़ी है। धरती और मंगल के बीच कनेक्शन का पता लगाने के लिए रिसर्चर्स की टीम ने धरती पर मौजूद विभिन्न समुद्रों में 370 गहरे छेद किए थे।
समुद्र तल के सैंपल में सामने आई ये जानकारी
समुद्र के तल पर सेडिमेंट्स (तल छट) का विश्लेषण करने के लिए लिए गए सैंपल्स ने साइकिल्स का कमजोर और मजबूत होना दिखाया। इससे संकेत मिला कि गहराई में कितने विशाल सर्कुलेशन चल रहे हैं। रिसर्च की लीड डॉ. एड्रियाना ने कहा कि हम इसे देखकर हैरान थे।
Scientists have used the geological record of the deep sea to discover a connection between the orbits of Earth and Mars, past global warming patterns and the speeding up of deep ocean circulation. The patterns they discover suggest that warming seas couldhttps://t.co/AMjmC4OTtg
— Michael W. Deem (@Michael_W_Deem) March 13, 2024
उन्होंने कहा कि इसे एक्सप्लेन करने का केवल एक रास्ता है, ये मार्स और अर्थ के सूर्य की परिक्रमा करने की परस्पर क्रिया के चक्रों से जुड़े हुए हैं। दोनों ग्रहों के बीच इस क्रिया को ‘रेजोनेंस’ कहते हैं। इसका मतलब है सूर्य की परिक्रमा कर रहे दो ऑब्जेक्ट्स का गुरुत्वाकर्षण बल का इस्तेमाल करते हुए एक दूसरे को खींचना।
किसी गृह से कनेक्शन का पहली बार पता चला
बता दें कि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल के चलते होने वाले खिंचाव से ज्वार-भाटा उठता है। लेकिन इस स्टडी में यह पहली बार पता चला है कि किसी ग्रह का गुरुत्वाकर्षण बल भी धरती को प्रभावित कर रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये नई खोज कई रहस्य सुलझाने में मदद करेगी। शोधार्थियों के अनुसार पुराने समय में समुद्रों के गर्म होने के पीछे इन व्हर्लपूल्स का बड़ा हाथ था।
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