Brain Health: हाल ही हुई एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि एक्सरसाइज करने से न केवल आपका शरीर वरन आपका दिमाग भी स्वस्थ रहता है। न्यूरोसाइंस जर्नल में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार मसल्स एक्सरसाइज सीधे तौर पर मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं और वहां पर नए न्यूरोन्स के बनने की क्रिया को उत्तेजित करते हैं।
एक्सरसाइज में रिलीज होते हैं न्यूरॉन्स के लिए जरूरी हार्मोन्स
बेकमैन इंस्टीट्यूट फॉर एडवांस्ड साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा की गई इस रिसर्च में पाया या कि जब व्यायाम के दौरान मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, जैसे कि भारी वजन उठाने के लिए बाइसेप काम करता है, तो वे ब्लड सर्कुलेशन में कई केमिकल हार्मोन्स रिलीज करते हैं। ये केमिकल मस्तिष्क सहित शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंच सकते हैं।
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रिसर्च के दौरान शोधकर्ताओं ने मसल्स के संकुचन से निकलने वाले केमिकल्स को अलग कर हिप्पोकैम्पस न्यूरॉन्स पर उनका टेस्ट किया। इसके लिए शोधकर्ताओं ने चूहों से छोटे मांसपेशी कोशिका के नमूने एकत्र किए और उन्हें लैब में डवलप किया। जब मांसपेशियों की कोशिकाएं परिपक्व हो जाती हैं, तो वे सेल केमिकल्स के एक्सचेंज के जरिए काम करने लगती हैं।
दिमाग बनता है ज्यादा तेज और फुर्तीला (Brain Health)
शोधकर्ताओं ने न्यूरोनल विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए कोशिका वृद्धि और बहु-इलेक्ट्रोड सरणियों को ट्रैक करने के लिए इम्यूनोफ्लोरेसेंट और कैल्शियम इमेजिंग सहित कई तरीके आजमाएं। उन्होंने पाया कि एक्सरसाइज के दौरान मसल्स एक्टिविटीज होने से रिलीज हुए हार्मोन्स के कारण हिप्पोकैम्पस न्यूरॉन्स ज्यादा लंबे समय और अधिक शक्तिशाली इलेक्ट्रिक सिग्नल जनरेट करते हैं।
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यदि कुछ दिनों तक लगातार एक्सरसाइ की जाए तो दिमाग के न्यूरॉन्स खुद को इनके हिसाब से तैयार कर ज्यादा विकसित और पावरफुल न्यूरॉन नेटवर्क बनाने लगते हैं जो हमारी दिमागी कैपेसिटी को बढ़ा देता है। मांसपेशियों के संकुचन और हिप्पोकैम्पस न्यूरॉन्स के विकास और नियमन के बीच रासायनिक मार्ग को समझना यह समझने में पहला कदम है कि व्यायाम मस्तिष्क स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कैसे मदद करता है।