श्री हरि कोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)के मिशन चंद्रयान-3 ने 4 अगस्त को अपने सफर का दो-तिहाई हिस्सा पूरा कर लिया है। इसको लेकर इसरो ने जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान-3 स्पेस क्राफ्ट अपनी गति से आगे बढ़ रहा है।
बेंगलुरु में स्थित इसरो टैलिमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट की गति पर नजर रखे हुए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो 5 अगस्त को शाम 7 बजे के आस-पास इसरो का मिशन चंद्रयान-3 लूनर ऑर्बिट इंजैक्शन (Lunar Orbit Injection)के जरिए चंद्रमा के पहले ऑर्बिट में पहुंच जाएगा। इसके बाद यहां चार ऑर्बिट बाकी रह जाएंगे।
चंद्रयान-3 तेजी से बढ़ रहा आगे
बता दें, चंद्रयान-3 इस समय 38,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चंद्रमा की ओर जा रहा है। ये धरती के चारों तरफ चक्कर लगाने के बाद ये 5 अगस्त की शाम से चंद्रमा की ऑर्बिट में प्रवेश करेगा, जिसके बाद ये अब चंद्रमा के चक्कर लगाएगा। ऑर्बिट में प्रवेश करने के बाद इस दौरान ये चंद्रमा से लगभग 40 हजार किमी की दूरी पर होगा।
17 अगस्त को अलग होगा लैंडर
जानकारी के मुताबिक, 5 अगस्त के बाद चंद्रयान-3 की गति को लगातार धीमा किया जाएगा, जिससे लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग चंद्रमा पर हो सके। चंद्रयान-3 तीन हिस्सों में बना है, लैंडर मॉड्यूल, प्रपल्शन मॉड्यूल और रोवर। 17 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल और प्रपल्शन मॉड्यूल अलग हो जाएंगे।
चंद्रमा पर इस दिन उतरेगा चंद्रयान-3
यह भारत का तीसरा चंद्रयान-3 है जो बीते 14 जुलाई को इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। इसके 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 45 मिनट पर इसकी चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिग की उम्मीद है। इसे आम लोग भी देख सकते है कि चंद्रयान-3 कहां पर है। इसके लिए इसरो ने एक लाइव ट्रैकर लॉन्च किया है।