Vidura Niti: महाभारत के विद्वान नीति शास्त्री महात्मा विदुर ने अपने नीति ग्रंथ विदुर नीति में कई अनमोल उपदेश दिए हैं, जो व्यक्ति को सफलता, समृद्धि और संकट से बचने की राह दिखाते हैं। विदुर नीति में दिए गए ये उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने कि महाभारत काल में थे। इन उपदेशों का पालन करके व्यक्ति अपने जीवन को सफल और समृद्ध बना सकता है। यहां विदुर नीति ग्रंथ के 5 अनूठे मंत्र दिए गए हैं, जो धन संकट को दूर करने और तेजी से तरक्की करने में मदद कर सकते हैं।
अधर्म से अर्जित धन से बचें
विदुर नीति में बताया गया है कि जो धन अनुचित, अनैतिक या अधर्म के मार्ग से कमाया जाता है, वह लंबे समय तक नहीं टिकता। ऐसे धन से व्यक्ति को अंततः नुकसान और अपमान झेलना पड़ता है। इसलिए कभी अनुचित तरीके से धन नहीं कमाना चाहिए। विदुर जी कहते हैं कि निष्कलंक और परिश्रम से अर्जित धन ही व्यक्ति की वास्तविक उन्नति करता है।
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संयम और धैर्य को अपनाएं
विदुर नीति कहती है कि जल्दबाजी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहिए, विशेष रूप से आर्थिक मामलों में। यह देखा गया है कि जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय अक्सर गलत परिणाम देता है। विदुर जी ने बतलाया है कि क्रोध और अधीरता से किए गए कार्य व्यक्ति के पतन का कारण बनते हैं। धैर्य और संयम से काम लेने पर ही धन-समृद्धि टिकाऊ रहती है।
योग्य लोगों के साथ संगति करें
विदुर नीति के अनुसार, अच्छी संगति सदैव शुभ फलदायी होती है। बुद्धिमान, ईमानदार और विद्वान लोगों की संगति से व्यक्ति की सोच और निर्णय शक्ति में सुधार आता है। मूर्ख और दुष्ट लोगों की संगति व्यक्ति को गलत राह पर ले जाती है, जिससे उसका धन और मान-सम्मान नष्ट हो सकता है। इसलिए मनुष्य को अपनी संगति का बेहद सावधानी से ध्यान रखना चाहिए।
धन का सदुपयोग करें
विदुर कहते हैं कि धन को सही जगह निवेश करना आवश्यक है, अन्यथा वह नष्ट हो जाता है। विदुर नीति में लिखा गया है कि दान, शिक्षा, और व्यापार में निवेश किया गया धन व्यक्ति को दीर्घकालिक लाभ देता है। अपव्यय, आलस्य और अनियंत्रित खर्च से धन की हानि होती है।
परिश्रम और ईमानदारी से कमाएं
विदुर नीति कहती है कि आलस्य और भाग्य के भरोसे रहने वाला व्यक्ति कभी सफल नहीं हो सकता। विदुर नीति में आलसी मनुष्य की काफी निंदा की गई है। वहीं यह ग्रंथ कहता है कि परिश्रम, अनुशासन और ईमानदारी से कमाया गया धन ही व्यक्ति को वास्तविक समृद्धि प्रदान करता है। विदुर जी के अनुसार, जो व्यक्ति मेहनती होता है, लक्ष्मी स्वयं उसके पास आती हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।