Rudranath Temple: देशभर में कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं, जहां पहुंचना आसान नहीं होता है। भगवान भोलेनाथ के पंच केदार की यात्रा को भी बेहद कठिन माना जाता है। कहा जाता है कि पंच केदार की यात्रा केवल वो ही व्यक्ति कर पाता है, जिसके ऊपर शिव जी का आशीर्वाद होता है और उसके हौसले बुलंग होते हैं। केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर पंच केदार हैं, जिनकी मान्यता और महत्व दोनों अद्भुत है। आज हम आपको रुद्रनाथ मंदिर से जुड़ी खास बातों के बारे में बताएंगे।
खूबसूरत वादियों के बीच स्थित है मंदिर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रुद्रनाथ मंदिर तक पहुंचना बेहद मुश्किल है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले के पहाड़ों में स्थित है, जो समुद्र तल से कम से कम 2,290 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। मंदिर के आसपास बुरांस के जंगल, गहरी खाई और बड़ी-बड़ी घास हैं। रुद्रनाथ मंदिर खूबसूरत वादियों के बीचों-बीच है, जिसके दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।
ये भी पढ़ें- शनि की उल्टी चाल से इस राशि की बढ़ेंगी मुश्किलें, लापरवाही पड़ेगी भारी!
The doors of Rudranath temple are now open👏
---विज्ञापन---You can also reach here via Trekking, watch this pic.twitter.com/97zLtZeAFJ
— Uttarakhand (@UttarakhandGo) May 18, 2024
यहां होती है शिव जी के मुख की पूजा
रुद्रनाथ मंदिर में भगवान शिव के मुख की उपासना की जाती है। जबकि शिवजी के पूरे शरीर की आराधना नेपाल के काठमांडू में मौजूद पशुपतिनाथ मंदिर में होती है। रुद्रनाथ मंदिर में सुबह-शाम आरती भी की जाती है। यहां पर सुबह 8 बजे और शाम 6.30 बजे आरती होती है।
मंदिर के आसपास कई कुंड भी हैं, जिन्हें सूर्य कुंड, तारा कुंड, मानस कुंड और चंद्र कुंड नाम से जाना जाता है। हर साल सावन माह में बाबा के दर्शन करने के लिए यहां पर बड़ी संख्या में भक्तजन पहुंचते हैं। हालांकि मंदिर तक पहुंचने के लिए 19 किमी पैदल यात्रा, गहरी खाई और घने जंगलों का सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से कई लोग बीच में ही अपनी यात्रा को छोड़ देते हैं।
Baba Rudranath Temple 🚩
The fourth temple to visit in the circuit of Panch Kedar pilgrimage.
Unreal Experience ❤️ pic.twitter.com/dcUtG4jSsG
— बाबा (@iBeing_Gaurav) June 13, 2024
रुद्रनाथ मंदिर तक कैसे पहुंच सकते हैं?
रुद्रनाथ मंदिर के सबसे नजदीकी देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। जो ऋषिकेश से कम से कम 241 किमी दूर है। यहां से आप गोपेश्वर तक बस या टैक्सी ले सकते हैं। जहां से आपको करीब 19 किमी पैदल यात्रा करनी होगी।
रुद्रनाथ मंदिर तक पहुंचने में कम से कम 3 से 4 दिन लगते हैं। रुद्रनाथ मंदिर में शिव जी के दर्शन करने के लिए मार्च माह से लेकर मई और अक्टूबर से नवंबर के बीच का समय सबसे अच्छा है। अन्य समय यहां पर भीषण बर्फबारी और ओले पड़ते हैं, जिसकी वजह से चढ़ाई नहीं की जाती है।
ये भी पढ़ें- सावन में गुरु प्रदोष व्रत से जागेगी किस्मत, 5 राशियों की हर इच्छा होगी पूरी!
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।