Premanand Maharaj Viral Video: जब एक महिला भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि यदि हमने कोई गलती नहीं की फिर भी लोग हमें गलत समझे या हमारे ऊपर झूठा आरोप लगाए तो ऐसे समय में क्या करना चाहिए? तो प्रेमानंद जी ने बड़े शांत भाव से उत्तर देते हुए क्या कहा आइए जानते है।
प्रेमानंद महाराज ने बड़े शांत भाव से उत्तर देते हुए कहा कि अगर आप गलत नहीं हैं और फिर भी दोषी ठहराए जा रहे हैं तो सबसे पहले आपको अपनी बात को पूर्ण रूप से सही शब्दों में सबके सामने रखना चाहिए। लेकिन यदि इसके बावजूद कोई आपको सही न समझे तो आपको राधा रानी के सामने अपनी बात स्पष्ट कर देनी चाहिए। कोशिश करें कि अपनी सत्यता को लोगों के सामने विनम्रता से रखें। यदि फिर भी लोग विश्वास न करें तो अंत में सब कुछ श्री जी पर छोड़ दे। अगर इसके बाद भी आपको दंड मिल रहा है तो अपने मन में यह समझ लें कि शायद यह किसी पिछले कर्म का फल है जिसके कारण आपको यह कष्ट और दंड सहना पड़ रहा है।
महाराज ने समझाया
बेटी इस संसार में सत्य को भी समय-समय पर झूठा ठहराया गया है। भगवान श्रीराम पर माता सीता की अग्नि परीक्षा का आरोप लगा भगवान श्रीकृष्ण पर छल और राजनीति के आरोप लगे और भगवान बुद्ध, महावीर तथा कबीर जैसे संतों को भी झूठा कहा गया। जब लोग भगवानों और संतों को नहीं समझ सके तो फिर एक सामान्य मनुष्य से सबके समझने की अपेक्षा करना उचित नहीं है।
प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं
यदि तुम्हारा अंत:करण शुद्ध है और तुम्हारे कर्म निर्मल हैं तो समय स्वयं गवाही देगा। तुम्हें किसी को समझाने की आवश्यकता नहीं है। बस राधा रानी पर भरोसा रखो, क्योंकि लोगों की सोच पल-पल बदलती है, लेकिन परमात्मा सब देखता है। इसलिए आलोचना से घबराओ मत, बल्कि उसे आत्मनिरीक्षण का अवसर मानो और ईश्वर पर विश्वास बनाए रखो। सत्य को समय पर न्याय अवश्य मिलता है।
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