Pandit Pradeep Mishra Viral Video: प्रतिदिन शिवलिंग पर जल अर्पित करने से व्यक्ति के जीवन से तीन मुख्य दोष पितृ दोष, ग्रह दोष (विशेष रूप से कालसर्प दोष), और वास्तु दोष दूर हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाना केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी है। यह साधना व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। साथ ही शिव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है जिससे जीवन की अनेक जटिल समस्याएं स्वतः हल हो जाती हैं। तो आइएं जानेत है कि पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुसार, रोजाना शिवलिंग पर जल चढ़ाने से कौन-से तीन दोषों का प्रभाव समाप्त हो सकता है।
वास्तु दोष
प्रदीप मिश्रा के अनुसार, घर या कार्यस्थल में वास्तु संबंधी दोष होने पर परिवार में मानसिक तनाव, बीमारियां और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
यदि व्यक्ति प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाता है, तो इससे वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है, जिससे वास्तु दोष स्वतः शांत होने लगता है।
पितृ दोष
पंडित जी के अनुसार, पितरों की तृप्ति न होने या पूर्वजों की आत्मा को शांति न मिलने पर पितृ दोष उत्पन्न होता है। इसका प्रभाव संतान सुख, करियर और पारिवारिक शांति पर पड़ता है। यदि शिवलिंग पर जल अर्पण करते समय पितरों की शांति के लिए प्रार्थना की जाए तो उनकी कृपा प्राप्त होती है और पितृ दोष धीरे-धीरे शांत होने लगता है।
कालसर्प दोष
प्रदीप मिश्रा बताते हैं कि जन्म कुंडली में राहु-केतु के विशेष संयोग से कालसर्प दोष बनता है, जिससे जीवन में बार-बार रुकावट, भय और असफलताएं आती हैं।
यदि व्यक्ति प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाकर ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप करता है, तो यह दोष भी शांत होता है और जीवन में स्थिरता, सफलता और संतुलन प्राप्त होता है।
ये भी पढ़ें-नंदी के कान में मुराद बोलने से पहले कहें ये शब्द, पूरी होगी मनोकामना, पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है