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Maha Shivratri 2025: पीरियड्स में महाशिवरात्रि का व्रत रखें या नहीं? जानें क्या कहता है विधान

Maha Shivratri Vrat Niyam: देशभर में महाशिवरात्रि का व्रत 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार को रखा जाएगा। चलिए जानते हैं पीरियड्स के दौरान महिलाओं को महाशिवरात्रि का व्रत रखना चाहिए या नहीं और इससे जुड़े नियम क्या हैं?

Author Edited By : Nidhi Jain Updated: Feb 25, 2025 15:23
Maha Shivratri Vrat Niyam
पीरियड्स में महाशिवरात्रि का व्रत कैसे करें?

Maha Shivratri Vrat Niyam: सनातन धर्म के लोगों के लिए महाशिवरात्रि के व्रत का खास महत्व है। ये व्रत फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन रखा जाता है। पंचांग के मुताबिक, इस साल 26 फरवरी, दिन बुधवार को महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। महाशिवरात्रि का व्रत महिला और पुरुष दोनों रखते हैं। हालांकि व्रत से जुड़े कुछ नियम हैं, जिनका पालन न करने पर साधक को पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। शास्त्रों में बतया गया है कि कुछ परिस्थितियों में ये व्रत नहीं रखना चाहिए। चलिए जानते हैं पीरियड्स के दौरान महिलाओं को महाशिवरात्रि का व्रत रखना चाहिए या नहीं? साथ ही आपको ये भी पता चलेगा कि महाशिवरात्रि के दिन यदि महिलाओं को पीरियड्स आ जाएं, तो उन्हें व्रत को बीच में तोड़ना चाहिए या नहीं?

पहले से पीरियड्स हो, तो क्या करें?

महाशिवरात्रि से पहले ही अगर आपको पीरियड्स हो जाएं, तो ये व्रत रखने से बचना चाहिए। इसके अलावा शिव जी की पूजा में भी शामिल न हो। हालांकि मानसिक रूप से आप शिव जी के मंत्रों का जाप कर सकते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पीरियड्स के दौरान व्रत रखने से आपको पाप लग सकता है। इसके अलावा सेहत भी खराब हो सकती है।

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पीरियड्स में महाशिवरात्रि का व्रत कैसे करें?

यदि आपने महाशिवरात्रि का व्रत रखा हुआ है और इस बीच आपको पीरियड्स हो जाते हैं, तो उपवास को बीच में नहीं तोड़ना चाहिए। रात तक पूरा व्रत रखें। लेकिन शाम के समय शिव जी की पूजा न करें। खुद की जगह किसी और से शिव जी की पूजा कराएं और फिर व्रत का पारण करें। इसके अलावा पूजा की सामग्री को स्पर्श करने से भी बचें।

महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त

  • सूर्योदय- प्रात: काल 6:54
  • ब्रह्म मुहूर्त- 26 फरवरी को प्रात: काल में 05:17 से लेकर 06:05 मिनट तक
  • निशिता काल पूजा का वक्त- 27 फरवरी को प्रात: काल में 12:09 से 12:59 मिनट तक
  • रात्रि के प्रथम प्रहर की पूजा का वक्त- 26 फरवरी को प्रात: काल 06:19 से सुबह 09:26 मिनट तक
  • रात्रि के द्वितीय प्रहर की पूजा का वक्त- 26 फरवरी को सुबह 09:26 से 27 फरवरी को प्रात: काल 12:34 मिनट तक
  • रात्रि के तृतीय प्रहर की पूजा का वक्त- 27 फरवरी को प्रात: काल में 12:34 से 03:41 मिनट तक
  • रात्रि के चतुर्थ प्रहर की पूजा का वक्त- 27 फरवरी को प्रात: काल में 03:41 से 06:48 मिनट तक

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Nidhi Jain

First published on: Feb 25, 2025 03:23 PM

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