Maha Shivaratri 2025: इस दुनिया में जो आता है उसका जाना भी निश्चित है, यानी मृत्यु शाश्वत सत्य है। कोई नहीं कह सकता कि मृत्यु कब और कैसे किसको आ जाए। हालांकि कुछ लोगों को हर पल मौत का डर सताता रहता है। महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाने वाली है। इस खास दिन पर यदि आप मृत्यु के डर से मुक्ति पाना चाहते हैं तो हम आपको 4 ऐसे महामंत्र बताने जा रहे हैं जिनसे भय दूर हो जाता है। पंडित विनोद पांडे ने बताया कि इन मंत्रों का सच्चे मन और श्रद्धा से जाप करने से मृत्यु के भय से छुटकारा मिल जाता है और शांति की अनुभूति होती है।
1. ह्रीं एसानाय नम:
पंडित विनोद पांडे ने महाशिवरात्रि की पहली पूजा का समय 26 फरवरी को शाम 6:19 बजे से रात 9:26 बजे तक बताया। अगर आप मौत के भय से ग्रस्त हैं तो इस समय शिव के ‘ह्रीं एसानाय नम:’ मंत्र का जाप करें।
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2. ह्रीं अघोराय नम:
भगवान भोले बाबा को महाकाल भी कहा जाता है। ऐसे में महाशिवरात्रि की दूसरी पूजा का समय 26 फरवरी को रात 9:26 बजे से 12:34 बजे तक रहेगा। इस दौरान आप शिव के ‘ह्रीं अघोराय नम:’ मंत्र का जाप करें, जिससे निर्भय होंगे और पाप भी कटेंगे।
3. ह्रीं वामदेवाय नम:
पंडित विनोद पांडे के अनुसार, महाशिवरात्रि की तीसरी पूजा का समय 26 फरवरी को सुबह 12:34 बजे से 3:41 बजे तक रहेगा। इस समय आप शिव के ‘ह्रीं वामदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करते हैं को मौत के डर से दूर रहेंगे।
4. ह्रीं सद्योजाताय नमः
पंडित विनोद पांडे ने बताया कि महाशिवरात्रि की चौथी पूजा का समय 26 फरवरी की सुबह 3:41 बजे है जो 27 फरवरी को सुबह 6:48 बजे तक रहेगा। इस दौरान अगर आप “ह्रीं सद्योजाताय नमः:” मंत्र का जाप करते हैं तो मृत्यु के भय से मुक्ति मिलेगी। ऊपर बताए गए सभी मंत्रों के जाप आप कम से कम 108 बार जाप करें तो अधिक लाभ मिलता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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