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Chanakya Niti: आज से ही इन 3 आदतों को बनाएं डेली रूटीन का हिस्सा, लोगों के दिलों में सदा रहेंगे जिंदा!

Chanakya Niti: चंद्रगुप्त को देश का शासक बनाने वाले आचार्य चाणक्य की नीतियों को आज भी ज्यादातर लोग फॉलो करते हैं। उनके सिद्धांत जीवन की विभिन्न परिस्थितियों से निकलने में मदद करते हैं। चलिए जानते हैं व्यक्ति की उन आदतों के बारे, जिनकी वजह से वह मरने के बाद भी लोगों के दिल में जिंदा रह सकते हैं।

Edited By : Nidhi Jain | Jun 13, 2024 08:00
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Chanakya Niti

Chanakya Niti: कुछ लोगों की चाह होती है कि उनकी उम्र लंबी हो। इसके लिए जहां कुछ लोग योग और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं। वहीं कुछ दवा और हेल्थ एक्सपर्ट्स से अपना ट्रीटमेंट भी कराते हैं। हालांकि आप कुछ आदतों को अपनाकर मृत्यु के पश्चात भी अमर हो सकते हैं। आज हम आपको आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई व्यक्ति की उन तीन अच्छी आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप खुशहाल जीवन तो जी सकते ही हैं। साथ ही मरने के बाद भी लोगों के दिलों में हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो सकते हैं।

धर्म का पालन करना

चाणक्य ने अपने “नीति शास्त्र” में बताया है कि जो लोग अपने धर्म का पालन नहीं करते हैं, वो मृत के समान होते हैं। नास्तिक व्यक्ति सदैव अपनी बातों और सोच से पाप और अधर्म को बढ़ाता है, जिससे समाज को क्षति पहुंच सकती है। ठीक इसके विपरीत, जो लोग धर्म का पालन करते हैं और सदैव सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं। उन्हें मृत्यु के पश्चात भी याद रखा जाता है। इस प्रकार व्यक्ति मरने के बाद भी लोगों के दिल में अमर यानी जिंदा रह सकता है।

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अच्छे कर्म करना

धर्म का पालन करने के अलावा हर एक व्यक्ति को जीवनभर अच्छे कर्म करने चाहिए। जो व्यक्ति बुरे कर्म करता है यानी लोगों को दुख पहुंचता है, हर समय लड़ाई-झगड़ा करता है या बात-बात पर गुस्सा हो जाता है। ऐसा व्यक्ति केवल अपने बुरे कर्मों की वजह से जीवित होते हुए भी मृत के समान होता है। आचार्य के अनुसार, अच्छे कर्मों के कारण व्यक्ति मृत्यु के पश्चात भी अपने दोस्तों और परिवारवालों के मन में अमर रह सकता है।

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लोगों की मदद करना

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो लोग सदा लोगों की मदद करते हैं। हर एक परिस्थिति में अपने परिवारवालों व दोस्तों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। वह लोग अपने करीबियों के दिल में मरने के पश्चात भी जिंदा रहते हैं।

आचार्य चाणक्य कौन हैं?

योग्य राजनेता, कुशल कूटनीतिज्ञ और महान राजनेता ये तीनों गुण आचार्य चाणक्य में थे। उन्हें हर एक समस्या को मात देने के दांव-पेंच आते थे। उनके ज्ञान और अनुभव से लोगों का भी कल्याण हो सके। इसलिए उन्होंने “चाणक्य नीति शास्त्र” किताब की रचना की थी। इसमें उन्होंने प्यार, संबंध, करियर, दोस्त, परिवार और सफलता आदि जीवन से जुड़े हर एक पहलू के बारे में बताया है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। 

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Written By

Nidhi Jain

First published on: Jun 13, 2024 08:00 AM

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