Bada Mangal 2025: बड़ा मंगल उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन आपके जीवन में हर प्रकार की सुख, शांति और समृद्धि लेकर आ सकता है। ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी की कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है। खासकर, बड़ा मंगल के दिन यदि श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा की जाए तो बजरंगबली हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। दुनियाभर में कई प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है जहां श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगती हैं और सच्चे मन से की गई प्रार्थनाएं पूरी होती हैं। इन मंदिरों की मान्यता है कि यहां बड़ा मंगल पर पूजा करने से हर संकट दूर होता है और जीवन में शुभता का संचार होता है। चाहे धन की कमी हो, स्वास्थ्य की समस्या हो या फिर किसी भी प्रकार की बाधा हो इन मंदिरों में हनुमान जी की आराधना करने से सभी समस्याओं का समाधान संभव है। आइए जानते हैं कि कौन से वे 7 प्रसिद्ध हनुमान मंदिर हैं जहां आप बड़ा मंगल के दिन जाकर अपनी हर इच्छा पूरी कर सकते हैं।
हनुमान गढ़ी, अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
अयोध्या, श्री राम की नगरी में स्थित यह मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां हनुमान जी श्री राम के दरबार की रक्षा करते हैं। बड़े मंगल पर यहां विशेष पूजा और भव्य आयोजन होते हैं, जिनमें हनुमान जी की कृपा प्राप्त की जाती है।
लेटे हुए हनुमान जी, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
यह मंदिर गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम तट पर स्थित है, जहां हनुमान जी लेटे हुए मुद्रा में विराजमान हैं। यहां की मान्यता है कि दर्शन मात्र से शत्रु बाधा और काल संकट दूर हो जाते हैं।
हनुमान धारा, चित्रकूट (उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा)
चित्रकूट की पहाड़ियों पर स्थित यह स्थल अत्यंत पवित्र है। यहां एक जलधारा सीधे हनुमान जी की मूर्ति पर गिरती है, जिससे उन्हें रामकाज के बाद मिली थकान से विश्राम मिला था। यह स्थान शक्ति और शांति का अद्भुत संगम है। यहां पर भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, दौसा (राजस्थान)
यह मंदिर विशेष रूप से बुरी शक्तियों और बाधाओं से मुक्ति के लिए प्रसिद्ध है। यहां की पूजा पद्धति अनोखी है और बड़े मंगल के दिन श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन के लिए आते हैं। अगर आप चाहें तो इस मंदिर में आकर अपनी परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।
सालासर बालाजी मंदिर, चूरू (राजस्थान)
राजस्थान के चूरू जिले में स्थित यह मंदिर भक्तों की हर इच्छा को पूरा करने वाला माना जाता है। यहां बालाजी महाराज एक अलग रूप में विराजमान हैं दाढ़ी-मूंछ के साथ जो उन्हें अन्य मंदिरों से विशिष्ट बनाता है।
अंजनद्री पर्वत हनुमान मंदिर, कर्नाटक
किष्किंधा क्षेत्र में स्थित यह मंदिर हनुमान जी के जन्म स्थान के रूप में माना जाता है। अंजनद्री पर्वत की चोटी पर स्थित यह मंदिर ऊर्जा और आत्मबल का प्रतीक है। यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना संकटमोचन पूरी हो जाती है।
नीम करौली बाबा हनुमान मंदिर, कैंची धाम (नैनीताल, उत्तराखंड)
यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है और भक्तों तथा साधकों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र है। नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है। यहां हर वर्ष हजारों लोग मानसिक, आर्थिक और आध्यात्मिक शांति की कामना से आते हैं।
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