ज्योतिष शास्त्र और हिन्दू धर्म के अनुसार, गाय को गौ माता के रूप में पूजनीय स्थान प्राप्त है। गाय को धन, संतोष और उर्वरता का प्रतीक माना गया है। ऐसा विश्वास है कि जिस घर में गाय की सेवा होती है वहां सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। बहुत से श्रद्धालु प्रतिदिन भोजन से पहले गाय के लिए रोटी निकालते हैं। यह परंपरा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि मानवीय संवेदनाओं को भी दर्शाती है। इसके साथ ही मान्यता है कि गाय में पूरे 33 देवी-देवताओं का वास होता है अगर कोई भी व्यक्ति गाय माता कि श्रद्धा के साथ सेवा करता है उसके जीवन में परेशानियों का अंत हो जाता है।
तामसिक भोजन का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्याज और लहसुन को तामसिक वर्ज्य पदार्थ माना गया है। ये पदार्थ मन में आलस्य, क्रोध और नकारात्मकता उत्पन्न करते हैं। ऐसे तत्वों को जब गाय जैसे पूजनीय प्राणी को खिलाया जाता है तो यह उसकी पवित्रता का अपमान करने के समान होता है इसके साथ ही ऐसा भोजन गाय को खिलाने से उसके स्वास्थ्य को भी खराब कर सकता है। शास्त्रों के अनुसार, जो भी व्यक्ति गाय को अशुद्ध, बासी या तामसिक भोजन खिलाता है उसके जीवन में कष्ट, अशांति और दुर्भाग्य का प्रवेश होता है जिससे उसके जीवन में कई परेशानियां और कठिनाइयां आती है। इसके साथ ही ऐसे व्यक्ति दान-पुण्य के नहीं, बल्कि पाप के भागीदार के रूप मे माना जाता है।
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गाय को क्या खिलाना चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गाय को हमेशा सात्विक, ताजा और शुद्ध आहार ही देना चाहिए। जैसे—सूखी रोटी, गुड़, चारा, हरा चारा, आटे की लोई, और शुद्ध जल। गाय का आहार जितना पवित्र होगा, उसका प्रभाव हमारे जीवन पर भी उतना ही शुभ और सकारात्मक होगा। इसके साथ ही व्यक्ति को सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलेगा।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है