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Papmochani Ekadashi 2025 : आज की रात कर लें ये काम, लाइफ हो जाएगी आसान!

Papmochani Ekadashi 2025 : पापमोचनी एकादशी की रात में अगर कुछ उपायों को किया जाए तो जीवन की हर परेशानी हल हो सकती है। कई पुराणों और शास्त्रों में ऐसे उपाय बताए गए हैं, जो आप एकादशी की रात पर कर सकते हैं। 25 मार्च को पापमोचनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है।

Author Edited By : Mohit Updated: Mar 25, 2025 16:23
lord vishnu
पापमोचनी एकादशी

Papmochani Ekadashi 2025 : पापमोचनी एकादशी का दिन पापों से मुक्ति के लिए माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीहरिविष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन इंसान की जिंदगी संवार सकता है। साल 2025 में चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 25 मार्च 2025 की सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर शुरू हो गई है। यह 26 मार्च 2025 की सुबह 3 बजकर 45 मिनट तक रहने वाली है। इसके साथ ही पापमोचनी एकादशी पर शिव व सिद्ध योग का संयोग बन रहा है।

शास्त्रों के अनुसार पापमोचनी एकादशी की रात अगर आपने कुछ आसान से उपायों को करते हैं तो जीवन के सभी दुखों का अंत होता है। इसके साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। ऐसा व्यक्ति लाइफ में सभी सुखों को प्राप्त करता है। आइए जानते हैं कि पापमोचनी एकादशी की रात किन उपायों को करना चाहिए।

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विष्णु सहस्त्रनाम का करें पाठ

नारद पुराण के अनुसार एकादशी की रात भगवान विष्णु के सामने दीपक जलाकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। नारद पुराण के अनुसार, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

करें दीपदान

इस दिन आधी रात के बाद तुलसी या फिर पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल को दीपक जलाएं और भगवान विष्णु ध्यान करें। गरुड़ पुराण के अनुसार, इस उपाय को करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है और पापों का नाश होता है।

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गीता के सातवें अध्याय का करें पाठ

श्रीमद्भगवत गीता के सातवें अध्याय का पाठ करना, इस दिन काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन ऐसा करने से मन शांत रहता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।

चंद्रमा को दें अर्घ्य

पद्मपुराण के अनुसार रात के समय जल में काले तिल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य दें। ऐसा करने से पूर्व जन्म के दोषों तक का नाश होता है। इसके साथ ही अशुभ प्रभावों की समाप्ति होती है।

व्रत कथा का करें पाठ

स्कंद पुराण के अनुसार पापमोचनी की एकादशी के व्रत की कथा का पाठ भगवान विष्णु के सामने करें और भगवान विष्णु व माता तुलसी को फल अर्पित करें। ऐसा करने से व्यक्ति के सभी पापों को नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

भगवान विष्णु के 32 नाम

पापमोचनी एकादशी की रात जागते हुए भगवान विष्णु के 32 नामों का पाठ करना चाहिए।

‘केशव, नारायण, माधव, गोविंद, विष्णु, मधुसूदन, त्रिविक्रम, वामन, श्रीधर, हृषीकेश, पद्मनाभ, दामोदर, संकर्षण, वासुदेव, प्रद्युम्न, अनिरुद्ध, पुरुषोत्तम, अधोक्षज, नारसिंह, अच्युत, जनार्दन, उपेन्द्र, हरि, श्रीकृष्ण, जगन्नाथ, बलभद्र, वेंकटेश, राम, सत्यनारायण, वराह, परशुराम, दत्तात्रेय।’

विष्णु धर्मोत्तर पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु के इन नामों का जाप करने से व्यक्ति मालामाल हो जाता है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Mohit

First published on: Mar 25, 2025 04:23 PM

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