---विज्ञापन---

Religion

Akal Mrityu Upay: प्रेमानंद महाराज से जानें किन 5 उपायों से टल जाता है अकाल मृत्यु, अनहोनी से होती है सुरक्षा

Akal Mrityu Upay: एक ऐसा निधन जो समय से पहले हो जाए, अकाल मृत्यु कहलाता है। इसका भय हर किसी के मन में कभी न कभी आता है। वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने इससे बचने के लिए 5 सरल लेकिन प्रभावशाली उपाय बताए हैं, जो न केवल अनहोनी से रक्षा करते हैं बल्कि जीवन में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी लाते हैं। आइए जानते हैं, क्या हैं ये उपाय?

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Shyamnandan Updated: Jun 27, 2025 14:21
akal-mrityu-upay-premanand-maharaj

Akal Mrityu Upay: अकाल मृत्यु मतलब यह है कि एक ऐसा निधन जो समय से पहले हो जाए। अकाल मृत्यु का भय हर किसी के मन में कभी न कभी आता है। चाहे वो अचानक होने वाली दुर्घटना हो, बीमारी या कोई अज्ञात संकट, हर कोई चाहता है कि उसका जीवन सुरक्षित, शांतिपूर्ण और दीर्घायु हो। वृंदावन के प्रसिद्ध संत श्री प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में इस विषय पर मार्गदर्शन दिया है। एक भक्त के प्रश्न पर उन्होंने 5 ऐसे उपाय बताए, जो न सिर्फ अकाल मृत्यु से बचाव करते हैं, बल्कि जीवन को भी दिव्यता और सकारात्मकता से भर देते हैं। आइए, जानते क्या हैं ये उपाय जो आपकी दिनचर्या में सहजता से जुड़ सकते हैं।

1. मंत्र जाप है हर अनहोनी से रक्षा का कवच

घर से निकलते समय 11 बार यह मंत्र अवश्य जपें-

---विज्ञापन---

‘ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नमः॥’

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि यह मंत्र शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक सुरक्षा का कवच बनाता है। अचानक दुर्घटना या किसी भी प्रकार की अनहोनी से रक्षा करता है।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: Vidur Niti: केवल गहरी दोस्ती और संबंध ही नहीं लव लाइफ भी बर्बाद कर देती हैं ये 3 आदतें, आज ही छोड़ें

2. ठाकुर जी के सामने बैठकर भजन

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि हर दिन कम से कम 20 से 30 मिनट भगवान के सामने बैठें और भजन, कीर्तन या सिर्फ नाम-स्मरण करें। इससे मन को शांति, आत्मा को शक्ति और जीवन को स्थिरता मिलती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और चिंताओं से राहत मिलती है।

3. वृंदावन की धूल से आएगी जीवन में आएगी पवित्रता

वृंदावन की पावन रज यानी धूल को अपने घर लाएं और रोजाना सुबह-सुबह सिर के बीचों-बीच एक चुटकी रज लगाएं। महाराज के अनुसार, इससे शरीर और मन दोनों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, और दुर्भाग्य, नकारात्मकता तथा डर पास नहीं आते।

4. गौ सेवा है कर्मों की शुद्धि का माध्यम

प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि हर दिन या हर शुक्रवार को गौ माता को रोटी, गुड़ या चारा खिलाना अत्यंत शुभ होता है। गाय की सेवा से कर्मों का शोधन होता है और जीवन की राह में आने वाली बाधाएं सहजता से दूर होती हैं।

5. तुलसी के पौधे की सेवा करें

तुलसी को केवल पौधा नहीं, मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है।
घर में तुलसी का पौधा लगाएं, उसे जल चढ़ाएं, दीपक जलाएं और “ॐ तुलस्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
यह उपाय घर को रोग, दरिद्रता और बुरी शक्तियों से दूर रखता है।

आपको बता दें कि प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि ये उपाय सुनने में भले ही सरल लगें, लेकिन इनकी शक्ति अनंत है। जब व्यक्ति भक्ति, सेवा और सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीवन जीता है, तो अकाल मृत्यु जैसी आशंकाएं स्वतः दूर हो जाती हैं। इन 5 उपायों को अपनाकर आप न केवल अनहोनी से बच सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का नया अध्याय भी शुरू कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें: Feng Shui Tips: घर ले आएं फेंगशुई की ये 5 चीजें, चुंबक की तरह खिंची आएगी धन और खुशहाली

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Jun 27, 2025 02:00 PM

संबंधित खबरें