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Azam Khan का सीतापुर जेल में पहली रात पर क्या हुआ हाल? मांगी बैंगन की सब्जी, मिली साधारण दाल

Azam Khan first night in Sitapur jail: मिली जानकारी के अनुसार, सीतापुर जेल में सामान्य लोगों की तरह ही आजम खां ने खाना खाया। जिसमें उन्हें देर रात दाल, चावल, रोटी और के अलावा बैंगन-आलू की सब्जी दी गई। इतना ही नहीं, बताया जा ऱहा है कि रात में वह अपनी बैरक में करवटें बदलते दिखाई दिए, जिसके बाद सोमवार सुबह होते ही नाश्ते के बाद उन्हें चिकित्सक को भी दिखाया गया।

Edited By : Hemendra Tripathi | Updated: Oct 24, 2023 11:01
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Azam Khan first night in Sitapur jail: बीते 1 दिन पहले रामपुर जेल से सीतापुर जेल शिफ्ट किए गए आजम खां को लेकर चर्चाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जेल और एंकाउंटर की चर्चाओं के बीच अब शिफ्टिंग के बाद सीतापुर जेल में बीती उनकी पहली रात को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि बीते रविवार को शिफ्ट किए गए सपा नेता व पूर्व मंत्री आजम खां की सीतापुर जेल में रविवार की रात अन्य कैदियों की तरह सामान्य रही। अन्य कैदियों की तरह ही उन्होंने खाना खाया और फिर बाद में पूरी रात अपनी बैरक में करवटें बदलते हुए नजर आए।

खाने में मिली आलू-बैंगन की सब्जी

मिली जानकारी के अनुसार, सीतापुर जेल में सामान्य लोगों की तरह ही आजम खां खाना खाया। जिसमें उन्हें देर रात दाल, चावल, रोटी और के अलावा बैंगन-आलू की सब्जी दी गई। इतना ही नहीं, बताया जा ऱहा है कि रात में वह अपनी बैरक में करवटें बदलते दिखाई दिए, जिसके बाद सोमवार सुबह होते ही नाश्ते के बाद उन्हें चिकित्सक को भी दिखाया गया। इस दौरान सीतापुर जेल के डिप्टी जेलरों के द्वारा आजम खां की बैरक की निगरानी की गई।

शुगर के मरीज हैं आजम खां, चिकित्सक ने 1 घंटे तक की जांच

आजम मधुमेह यानी शुगर और बीपी के मरीज बताए जाते हैं, जिसके चलते जब वह सीतापुर जेल आए , तभी उनके सामान के साथ उनकी इस बीमारी से जुड़ी दवाएं भी लाई गईं थीं। बताया जाता है कि आजम खां की बैरक में जाकर दो बार चिकित्सकों ने उनका चेकअप किया। रविवार को आजम खां को सीतापुर जेल में उनकी पुरानी बैरक में रखा गया है, जहां उन्हें इससे पहले रखा गया था। बैरक में आने के बाद ऱविवार शाम को भी एक चिकित्सक ने उनके पास जाकर तकरीबन एक घंटे तक चेकअप करने के बाद उनकी शुगर और बीपी से संबंधित दवाओं की जांच की थी। आजम खां को लेकर सीतापुर जेल के अधीक्षक एसके सिंह ने बताया कि आजम ने अपनी बैरक से एक इतिहास की पुस्तक पढ़ने के लिए मांगी थी, लेकिन बाद में उन्होंने उसके लिए मना कर दिया।

First published on: Oct 24, 2023 11:00 AM
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