Loksabha Election 2024 : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस से नाराज चल रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव मीडिया के सामने आकर इस पर नाराजगी भी जता चुके हैं। अलगे साल होने वाले लोकसभा चुनावों में अगर उत्तर प्रदेश में अगर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाच गठबंधन रहा तो सपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। बुधवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि वैसे तो पार्टी प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, लेकिन यदि गठबंधन हुआ तो भी वह कम से कम 65 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।
यह पहला मौका है जब INDIA गठबंधन में शामिल सपा ने लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बात कही है। अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों के तालमेल को लेकर आखिरी समय तक उनकी कांग्रेस नेता कमलनाथ से बात होती रही। कांग्रेस ने भी माना था कि छह विधानसभा सीटों पर सपा अच्छा चुनाव लड़ेगी। इसी आधार पर कांग्रेस ने हमें सीटें देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आखिरी वक्त में कांग्रेस ने उस इकलौती सीट पर भी अपना प्रत्याशी उतार दिया जहां पिछले विधानसभा चुनाव में सपा जीती थी। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी बड़ा दल है, लिहाजा लोकसभा चुनाव में उप्र में सीटों के तालमेल में उसकी निर्णायक भूमिका होगी।
पार्टी से गद्दारी करने वालों पर होगाी सख्ती : रामगोपाल
सपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने विधानसभा क्षेत्र प्रभारियों से कहा कि पार्टी में रहकर उससे गद्दारी करने वालों पर नजर रखी जाए और उनसे सख्ती से पेश आया जाएगा। पहले उन्हें समझाया जाए और न सुधरने पर बाहर का रास्ता दिखाया जाए। जिले के अंदर कोई गुटबाजी है तो उसे खत्म कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सपा कार्यकर्ता पार्टी की लाइन पर चलें और अनर्गल बयानबाजी से बचें।
पीडीए पर रहेगा फोकस
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के बाद हुई पहली बैठक में सपा अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की चुनावी तैयारियों को उड़ान देने पर काम करने की बात कही। वहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि जातिवार जनगणना की पैरोकारी करते हुए सपा की चुनावी तैयारियां ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) को फोकस में रखते हुए की जाएगी।
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बूथ प्रबंधन, सदस्यता अभियान और मतदाता सूची पुनरीक्षण पर जोर
सभी लोकसभा क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त करने के प्रयोग से असंतुष्ट सपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों को धार देने के लिए बैठक की। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों को हर विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी का दायित्व सौंपा। विधानसभा क्षेत्र प्रभारी पर संबंधित क्षेत्र में पार्टी के बूथ प्रबंधन व सदस्यता अभियान को गति व मजबूती देने के साथ मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
हर माह भेजनी होगी रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के लिए अब 6 महीने का समय बचा है। ऐसे में विधानसभा क्षेत्र प्रभारी को क्षेत्र में सक्रिय रहने के लिए कहा गया है। उन्हें हर महीने के पहले शनिवार को पार्टी की जिला इकाई की बैठक और महीने की पांच तारीख को होने वाली विधानसभा क्षेत्र की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा। महीने के अंत में उन्हें विधानसभा क्षेत्र में चुनावी तैयारियों पर केंद्रित समग्र रिपोर्ट सपा के प्रदेश कार्यालय को भेजनी होगी।
आपस में न हो खटास : शिवपाल
वहीं सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव के लिए मजबूती से जुटने का आह्वान करते हुए कहा कि उनमें आपस में खटास नहीं होनी चाहिए।
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