बीते वर्ष 1 नवंबर 2023 को इंडिया यानी भारत अपने अमृत काल में प्रवेश कर गया। अमृत काल इसलिए भी क्योंकि आज भारत ने अंत्योदय के अपने महान लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। बल्कि आज का भारत नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व तुम्हें कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनकर दूसरे जरूरतमंद राष्ट्रों की आवाज भी बन रहा है और उनकी मदद भी कर रहा है। मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में मूल तत्व के रूप में समाहित रहे सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण में आज 140 करोड़ भारतीयों को 2047 तक विकसित भारत बनाने हेतु प्रेरित किया है। कुछ प्रमुख एजेंसियों के अनुमान बताते हैं कि अगले 5 से 6 वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। यानी 2014 से पहले सुदूर स्वप्न की भांति लगने वाली बात अब 2024 में एक प्राप्त करने योग्य भविष्य के रूप में हमारी राह देख रहा है। 60 साल की अनिश्चितता की धूल को केवल 10 वर्षों में कैसे साफ किया जा सकता है यह शोध का विषय होना चाहिए।
11 दिसंबर 2023 को पीएम मोदी ने विकसित भारत @2047: युवाओं की आवाज लॉन्च करते हुए कहा, ‘हमारे युवा शक्तिशाली परिवर्तनों के एजेंट और उससे उत्पन्न होने वाली सार्थक परिणाम के लाभार्थी दोनों हैं।’ इससे पहले 31 अक्टूबर 2023 यानी लौह पुरुष सरदार पटेल की 148वीं जयंती पर देश भर से युवा कर्तव्य पथ पर अमृत उद्यान और युद्ध स्मारक बनाने के लिए 8500 अमृत कलशों में मिट्टी लेकर आए थे। जनभागीदारी सुनिश्चित करके जन आंदोलन खड़ा करने का यह एक आदर्श उदाहरण था। इसी दिन पीएम मोदी ने भारत की युवा शक्ति का उद्घोष करते हुए MY BHARAT प्लेटफार्म (मेरा युवा भारत) लॉन्च किया था। यह राष्ट्र निर्माण में युवाओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करके देश के प्रत्येक युवा को एक मंच पर लाने के महत्वपूर्ण साधन के रूप में काम करेगा। भारत को नई ऊर्जा से भरने के लिए सभी युवा केंद्रित कार्यक्रमों को इसमें शामिल किया जा रहा है।
आज विश्व तेजी से बूढ़ा हो रहा है लेकिन भारत युवा है और 2070 तक युवा बना रहेगा। 1.4 अरब भारतीयों में से लगभग एक अरब आज 35 वर्ष से कम आयु के हैं। कई रिपोर्ट्स के अनुमान बताते हैं 2047 में वैश्विक कार्य बल का 21 प्रतिशत भारत में होगा। आजादी के बाद लंबे समय तक भारत के मानव संसाधनों को विकास में बड़ा अभिशाप माना जाता था। हालांकि मोदी सरकार का मानना है कि आज के युवा उस रथ के अर्जुन हैं जो भारत को अमृत यात्रा पर ले जाएंगे। एक यात्रा, जो भारत को विश्व गुरु बनाएगी! एक यात्रा, जो स्थापित करेगी कि 21वीं सदी वास्तव में भारत की सदी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भाजपा सरकार ने देश को विकास और समृद्धि की ओर ले जाने के लिए भारत के युवाओं की अपार क्षमता का उपयोग करते हुए व्यापक रोड मैप तैयार किया है। यही कारण है कि दुनिया की सबसे जटिल समस्याओं का समाधान देने में भारतीय युवाओं की क्षमता, ज्ञान और जोश को आज स्वीकार किया जा रहा है।
पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला, लगभग 4 करोड़ पीएम आवास घर, 10 करोड़ से अधिक उज्ज्वला एलपीजी कनेक्शन, पीएम गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में लगभग 81 करोड़ लोगों को 5 किलो मुफ्त राशन प्रतिमाह दिया। हर घर जल के तहत लगभग 13 करोड़ नल से जल कनेक्शन, सौभाग्य के माध्यम से अंतिम गांव तक बिजली और आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लगभग 60 करोड़ लोगों को 5 लाख का व्यापक स्वास्थ्य बीमा मिल रहा है। मुद्रा, स्वनिधि, पीएम विश्वकर्मा और स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाओं के साथ मिलकर इन योजनाओं ने मध्यम वर्ग को स्वतंत्र रूप से उड़ान भरने से रोकने वाली जंजीरों को तोड़ दिया है।
आज भारत की विकास गाथा ग्रामीण भी है और अर्धशहरी भी। पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में हमारी सरकार ने नीतियों में अद्भुत तालमेल बनाया है, जिसने ग्रामीण और शहरी दोनों भारत को लाभ प्रदान किया है। आज अगर प्रधानमंत्री शहरी वर्ग को रैपिडएक्स ट्रेन प्रणाली और मेट्रो उपलब्ध करा रहे हैं तो दूसरी और देश के आखिरी गांव को भी सड़क, बिजली और नल का पानी आदि से जोड़ रहे हैं। अगर शहरी भारत 5जी के विस्तार के मामले में यूरोप को पीछे छोड़ रहा है तो प्रधानमंत्री यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि ग्रामीण भारत ब्रॉडबैंड सेवा से जुड़े। इससे ग्रामीण पृष्ठभूमि और टियर टू-टियर 3 शहरों और कस्बों के युवाओं की विशाल क्षमता का उपयोग हुआ है, जिसका दशकों से उपयोग नहीं किया जा रहा था।
आज अगर हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम हब हैं तो यह ग्रामीण और शहरी भारत का संयुक्त प्रयास है। सिर्फ 1 साल में हमने 10 लाख के करीब सरकारी नौकरियां भी दी हैं। ये कहानियां सिर्फ संख्याओं के बारे में नहीं हैं। भारत में नए अवसरों तक पहुंचाने की क्षमता की भी कहानी है। एक नया भारत जहां अच्छी अर्थव्यवस्था राजनीति के केंद्र में है और बेहद जरूरी बदलाव ला रही है। भारत आज जो अवसर प्रस्तुत करता है वह आकार और पैमाने दोनों के संदर्भ में अभूतपूर्व है। आज भारत सरकार पूंजी निवेश के साथ-साथ दुनिया भर से सर्वोत्तम नवीन प्रथाओं को भारत में लाने में सक्षम है। इसे यहां लाने के बाद सरकार तेजी से इसके व्यवसायीकरण की सुविधा भी दे रही है। इससे यह पता चलता है कि हम अपने युवा उद्यमियों को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारत में व्यापार करना आज सबसे आसान है। इसके लिए हमने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम विकसित किया है। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि आजादी के बाद से प्राप्त 950 अरब डॉलर के एफडीआई में 532 अरब डॉलर पिछले 8-9 वर्षों में आए। आज भारत की कॉरपोरेट कर डर वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के बराबर है, जो हमें एक आकर्षक गंतव्य बनती है। फास्टटैग+जीएसटी+ईवे बिल ने आज सीमाओं पर प्रतीक्षा समय को दिनों से घटकर मिनटों में कर दिया है। हमने विनिर्माण क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए विशेष उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) शुरू की है। एक तरफ, भारत का आर्थिक परिदृश्य बदल रहा है और दूसरी तरफ JAM ट्रिनिटी (जन धन, आधार और मोबाइल) और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा आम भारतीयों के जीवन को बदल रही है।
वर्तमान सरकार की नीतियों और योजनाएं कुशल पेशेवरों की वैश्विक मांग के अनुरूप कुशल कार्यबल को पूरा करने के लिए तैयार की गई हैं। स्किल इंडिया के माध्यम से कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देकर सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि भारत के युवा वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा कर सकें। पिछली कांग्रेस सरकारों की नीतिगत पंगुता और मोदी सरकार के परिवर्तनकारी शासन के बीच एक स्पष्ट तुलना देश में देखे गए सकारात्मक बदलाव को रेखांकित करती है। अनिर्णय और ठहराव के युग ने आज एक दूरदर्शी दृष्टिकोण को जन्म दिया है जो दक्षता, जवाबदेही और परिणामों को महत्व देता है। विकास के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता हमारे महत्वाकांक्षी लक्ष्यों और उन्हें हासिल करने के लिए उठाए गए ठोस कदमों से स्पष्ट है। नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देकर, सरकार आत्मनिर्भरता और आर्थिक विकास की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है।
इसी तरह फिट इंडिया और खेलो इंडिया आंदोलन युवाओं के बीच स्वस्थ और सक्रिय जीवन शैली को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं। जमीनी स्तर पर खेल और फिटनेस को प्रोत्साहित करके, ये पहल न केवल युवाओं के शारीरिक उत्थान में योगदान करती हैं, बल्कि एक प्रगतिशील राष्ट्र के लिए आवश्यक अनुशासन, टीमवर्क और उत्कृष्टता की संस्कृति भी विकसित करती हैं। आज अगर भारत ओलंपिक से लेकर एशियाई खेलों तक अपनी सर्वश्रेष्ठ पदक तालिका हासिल करने में सक्षम है तो इसका कारण सरकार द्वारा TOPS जैसी योजनाओं और खेल महाकुंभ जैसे आयोजनों के माध्यम से प्रदान किया गया सहायक पारिस्थितिकी तंत्र है। आज हम अपने खिलाड़ियों को मौद्रिक सहायता प्रदान करते हैं और उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण सुविधा सुनिश्चित करते हैं, जिसमें अच्छे कोच भी शामिल हैं। यही कारण है कि हम पूरे देश में 1000 जिला खेल केंद्र और कई खेल एवं संबंधित विश्वविद्यालय विकसित कर रहे हैं। विचार यह है कि भारत को एक वैश्विक खेल महाशक्ति बनाया जाए और खेलों को एक करियर के रूप में भी बढ़ावा दिया जाए।
निष्कर्षत:, ‘विकसित’ भारत की परिकल्पना कोई दूर का सपना नहीं बल्कि एक वास्तविक वास्तविकता है जिसमें मोदी सरकार की सक्रिय पहलुओं द्वारा आकार दिया जा रहा है। नवाचार समावेशिता और सशक्तीकरण की संस्कृति को बढ़ावा देकर, सरकार सुनिश्चित कर रही है कि भारत के युवा देश की प्रगति के पीछे प्रेरक शक्ति बनें।
जैसा कि पीएम ने कहा कि आइडिया की शुरुआत ‘मैं’ से होती है, विकास के प्रयास भी स्वयं से शुरू होते हैं। इसलिए, यह पहचाना महत्वपूर्ण है कि विकसित भारत की दिशा में यात्रा जारी है और देश के युवा भारत की नियत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। अपने युवाओं की भलाई और सशक्तीकरण के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता उस दृष्टिकोण को दर्शाती है जो राजनीतिक सीमाओं से परे है। यह देश को एक उज्जवल और अधिक समृद्ध भविष्य की और एकजुट करने वाला है। इंडिया यानी भारत के लिए यही समय है और यही सही समय है।
संकल्प आज हम लेते हैं जन-जन को जाके जगाएंगे,
सौगंध मुझे इस मिट्टी की, हम भारत को भव्य बनाएंगे।
जय हिंद, जय भारत, जय युवा!
(लेखक भारत सरकार के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री हैं)