Multigrain Atta: हम सभी के घरों में रोटी तो बनती ही है। इसको बनाने के लिए बाजरा, गेहूं, मक्का जैसे अनाज के आटे का उपयोग करते हैं। रोटी खाने से हमारा पेट काफी देर तक भरा रहता है। गेहूं के आटे की रोटी खाने में स्वादिष्ट होती है। ज्यादातर घरों में यही रोटी खाई जाती है। अगर आप इस आटे की पौष्टिकता बढ़ाना चाहते हैं तो इसमें कुछ अन्य अनाज भी मिला सकते हैं। एक अनाज को दूसरे अनाज के साथ मिलाकर बनाया गया आटे को मल्टीग्रेन आटा कहा जाता है।
मल्टीग्रेन आटा सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। आप इस आटे की रोटी बनाकर रोजाना सेवन कर सकते हैं। आइए जानते हैं यह आटा कैसे तैयार करें और यह सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है।
ऐसे तैयार करें मल्टीग्रेन आटा
मल्टीग्रेन आटा बनाने के लिए 3 किलो गेहूं में 300 ग्राम जौ, चना, मक्का और सोयाबीन मिलाकर पीस लें। आप इसकी रोटी बनाकर खा सकते हैं।
मल्टीग्रेन रोटी खाने के फायदे
कब्ज से निजात- मल्टीग्रेन आटा फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज से राहत दिलाने में सहायक होता है।
मोटापा कंट्रोल- अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं और इसे कम करना चाहते हैं तो गेहूं के आटे की जगह मल्टीग्रेन आटे की रोटी खा सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर जल्दी भूखा नहीं लगने देता और आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आप ओवर इटिंग से बच जाते हैं।
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मसल्स मजबूत- रोजाना मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटी खाने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यदि गेहूं के आटे में चना, सोयाबीन और जौ मिला दिया जाए तो यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत बन जाता है।
डायबिटीज- अगर आप मधुमेह के मरीज हैं तो आप मल्टीग्रेन से बने आते की रोटी खाये, यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।