Mother-Daughter Relationship: मां हर बच्चे की पहली शिक्षक होती है। बचपन से लेकर बड़े होने तक वह न सिर्फ बच्चों का पालन-पोषण करती हैं बल्कि उन्हें कई चीजें सिखाती भी हैं। 9 महीने तक पेट में रखने से लेकर हाथ पकड़ कर चलना, बोलचाल की भाषा सिखाने तक में मां का बहुत योगदान होता है लेकिन बात सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं रहनी चाहिए।
बच्चों की बढ़ती उम्र के साथ ही कई बातें जुड़ी होती हैं। इसी तरह जब एक लड़की बड़ी होती है तो उसमें कई तरह के मानसिक और शारीरिक बदलाव आते हैं। ऐसे में हर मां को अपनी बेटी से उसमें होने वाले बदलावों के बारे में बात करनी चाहिए। इससे आपकी बेटी को कई कठिनाइयों का सामना करना आसान हो जाएगा। आज हम आपको बताएंगे कि हर मां को अपनी टीनएजर बेटी से किन बातों के बारे में बात करनी चाहिए।
हर मां को बेटी से करनी चाहिए ये बातें
मानसिक स्वास्थ्य- उम्र के इस पड़ाव पर बच्चियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इस उम्र में कई लड़कियां पीरियड्स आने और ब्रेस्ट में बदलाव से परेशान रहती हैं और जब उन्हें इस बारे में बात करने के लिए कोई नहीं मिलता तो वे डिप्रेशन का शिकार हो सकती हैं। इसलिए हर मां को अपनी बेटी से इन सभी चीजों पर खुलकर बात करनी चाहिए।
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शारीरिक बदलाव- प्यूबर्टी (युवावस्था) में आते ही लड़कियों के शरीर में कई बदलाव होते हैं। उनके ब्रेस्ट डेवलप होने लगते हैं। जिसके कारण वह कई बार परेशान हो सकती हैं। ऐसे में यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप उन्हें समझाएं कि यह नॉर्मल है। पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं और कई जरूरी बातें बताएं। जानकारी होने से आप अपनी बेटी को कई समस्याओं से बचा सकती हैं।
न्यूट्रीशन- टीनएजर लड़कियों को उचित पोषण की बहुत जरूरत होती है, इसलिए उन्हें इसके बारे में भी बताएं। टीनएज में मैक्रो और माइक्रो दोनों तरह के न्यूट्रिशन से भरपूर आहार लेना चाहिए।