भारत के व्हाइट-कॉलर जॉब मार्केट में फरवरी 2025 में सीनियर प्रोफेशनल्स की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। Naukri JobSpeak Index की रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है कि 16 साल से अधिक अनुभव रखने वाले कैंडिडेट की मांग में 15% की वृद्धि हुई है, जबकि 13-16 साल अनुभव वाले पेशेवरों के लिए 10% अधिक नौकरियां निकली हैं।
इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि 20 लाख से अधिक सैलरी वाली नौकरियों में 21% की वृद्धि हुई है। ऐसे में यह बात साफ है कि कंपनियां एक्सपीरियंस प्रोफेशनल और एक्सपर्ट कैंडिडेट्स को प्रायोरिटी दे रही हैं।
कुल हायरिंग में 4% की बढ़ोतरी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत में कुल नौकरी बाजार में 4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट सेक्टर द्वारा संचालित की गई है। ऐसे में AI/ML सेक्टर में 21% की बढ़ोतरी, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 20% की बढ़ोतरी और रियल एस्टेट में 9% की बढ़ोतरी देखने को मिली।
वहीं फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर में 8% की बढ़ोतरी, फार्मा इंडस्ट्री में 5% की बढ़त और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCC) में 2% की ग्रोथ है। वहीं बैंकिंग सेक्टर में 6% की गिरावट देखने को मिली है।
IT सेक्टर में सुधार
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सेक्टर में हायरिंग स्थिर रही, लेकिन 2024 की गिरावट के बाद अब स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं। जयपुर (19%) और कोयंबटूर (10%) इस क्षेत्र में हायरिंग के नए हब के रूप में उभर रहे हैं।
फ्रेशर्स के लिए हायरिंग
हालांकि फ्रेशर्स के लिए हायरिंग लगभग स्थिर रही, लेकिन कुछ सेक्टरों में फ्रेशर्स की मांग बढ़ी है। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 23% की वृद्धि और टेलीकॉम सेक्टर में 11% की वृद्धि देखने को मिली है। हालांकि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में फरवरी 2024 में 3% की गिरावट आई थी, लेकिन इस साल 20% की ग्रोथ देखी गई है। हायरिंग में सबसे ज्यादा ग्रोथ बेंगलुरु (56%), दिल्ली-एनसीआर (27%) और चेन्नई (23%) में हुई है।
एक्सपर्ट टेक रोल्स की बढ़ती मांग
इसके साथ ही टेक एक्सपर्ट जॉब्स में भी जबरदस्त उछाल देखा गया, जिसमें डेटा साइंटिस्ट (76%), मशीन लर्निंग इंजीनियर्स (70%), सर्च इंजीनियर्स (52%), बिग डेटा टेस्टिंग इंजीनियर्स (48%) और सिक्योरिटी कंसल्टेंट्स (44%) शामिल हैं।
हालांकि रिटेल सेक्टर में कुल हायरिंग में 4% की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन कुछ सब-सेक्टर्स ने अच्छी ग्रोथ दिखाई। इसके तहत कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 25% की वृद्धि, गारमेंट्स और एक्सेसरीज में 15% ग्रोथ, ब्यूटी और वेलनेस इंडस्ट्री में 13% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
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