गूगल, दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक है, जहां नौकरी पाना हर टेक स्टूडेंट का सपना होता है। लेकिन गूगल में जॉब या इंटर्नशिप हासिल करना आसान नहीं है। कड़ी चयन प्रक्रिया, कठिन टेक्निकल इंटरव्यू और हाई लेवल की योग्यता की आवश्यकता होती है। हाल ही में डबलिन यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में MSc कर रहे स्वरूप ने Google में सॉफ्टवेयर इंजीनियर इंटर्नशिप (Software Engineering Internship) पाने की अपनी पूरी यात्रा साझा की है, जो हजारों छात्रों के लिए प्रेरणा बन गई है।
गूगल इंटर्नशिप की शुरुआत: एप्लिकेशन और ऑनलाइन असेसमेंट
स्वरूप ने सबसे पहले Google Careers वेबसाइट पर जाकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया। कुछ समय बाद उन्हें Online Assessment (OA) के लिए इनविटेशन मिला। इस राउंड में उन्हें दो DSA (डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम) से जुड़े प्रश्न सॉल्व करने थे। स्वरूप ने दोनों प्रश्न हल कर लिए और यह राउंड पास कर लिया।
टेक्निकल इंटरव्यू: चयन की असली कसौटी
इसके बाद उन्हें गूगल की ओर से टेक्निकल इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। इस इंटरव्यू में दो राउंड हुए, हर राउंड 45 मिनट का था। हर राउंड में एक कोर प्रॉब्लम दी गई जिसे हल करना था। उसके बाद फॉलो-अप सवाल पूछे गए जैसे – सॉल्यूशन को ऑप्टिमाइज कैसे करें, किन केसों को कवर किया गया, आदि।
स्वरूप के अनुसार, टेक्निकल इंटरव्यू की तैयारी के टिप्स:
– सोच-समझकर जवाब दें और हर स्टेप को अच्छे से एक्सप्लेन करें।
– सवाल ठीक से समझें, जरूरत हो तो इंटरव्यूअर से स्पष्टीकरण मांगें।
– विभिन्न अप्रोचेस के बीच तुलना कर यह बताएं कि आपने कौन-सी और क्यों चुनी।
– इंटरव्यूअर यह देखना चाहते हैं कि आपकी लॉजिकल थिंकिंग और समस्या सुलझाने की क्षमता कैसी है।
टीम/होस्ट मैचिंग राउंड: आखिरी लेकिन अहम कदम
टेक्निकल इंटरव्यू पास करने के बाद, स्वरूप को टीम/होस्ट मैचिंग राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। इसे Host Matching Process कहा जाता है। इस राउंड में गूगल की टीम्स, EMEA रीजन (Europe, Middle East, Africa) से प्रोफाइल देखती हैं और अगर कोई होस्ट किसी कैंडिडेट में रुचि लेता है, तो उससे इंटरव्यू शेड्यूल किया जाता है।
स्वरूप को गूगल ऐड्स मशीन लर्निंग SRE टीम से एक होस्ट ने कॉन्टैक्ट किया। इंटरव्यू में प्रोजेक्ट की डिटेल दी गई और फिर स्वरूप की एजुकेशन, बैकग्राउंड, मशीन लर्निंग स्किल्स और अनुभव पर चर्चा हुई।
नोट: होस्ट मैचिंग जरूरी है, लेकिन टेक्निकल इंटरव्यू पास कर लेने से ही फाइनल सिलेक्शन नहीं होता। होस्ट की उपलब्धता और प्रोजेक्ट की जरूरतों से मेल जरूरी होता है।
गूगल इंटर्नशिप ऑफर लेटर: सपना हुआ पूरा
कुछ ही दिनों बाद, स्वरूप को गूगल की ओर से ऑफर लेटर मिल गया, जिससे यह कन्फर्म हुआ कि उन्हें समर सेशन के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Site Reliability) इंटर्न के तौर पर शामिल किया जाएगा। स्वरूप ने यह अनुभव लिंक्डइन पर शेयर किया, जिस पर खुद Google ने कमेंट कर उनकी सराहना की और कहा कि इस प्रोसेस को साझा करने से अन्य स्टूडेंट्स को बहुत मदद मिलेगी।