Bumper Vacancy For Indians In Foreign Country: दुनियाभर में भारतीय नागरिकों की स्किल्स की चर्चा होती है। इस बीच जापान में लगातार आबादी कम होती दिख रही है। जापान और भारत के रिश्तों को और मजबूती मिल सकती है। दरअसल, जापान का लक्ष्य है कि भारत और दक्षिण पूर्व एशिया से स्किल्ड और टेक्निकल टैलेंट को अपनी तरफ आकर्षित किया जाए। ऐसे में, वीजा से जुड़े नए सुधार भी किए गए हैं।
जापान का लक्ष्य
जापान का लक्ष्य है कि 2030 तक फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट को 100 ट्रिलियन येन (जापानी मुद्रा) तक बढ़ाया जाए। निक्कीएशिया के अनुसार हाल ही में एक मीटिंग में जापानी कैबिनेट ऑफिस ने उन स्ट्रेटेजी पर चर्चा की, जिनके अंतर्गत इन्वेस्टमेंट को और बढ़ाया जा सके और दक्षिण पूर्व एशिया से हाइली-स्किल्ड टेक्निकल प्रोफेशनल्स को अपनी तरफ आकर्षित करें।
कहां-कहां जापानी सरकार का ध्यान?
जापानी सरकार चार बड़े क्षेत्रों पर ध्यान जुटा रही है।
- निवेश के अवसर बढ़ाना
- स्किल्ड टेक्निकल स्टाफ को लाना
- विदेशी कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ाना
- घरेलू व्यापार और रहने के माहौल को बढ़ाना
जापान के नए वीजा नियम
जापान अलग-अलग इलाकों खासकर बाहरी क्षेत्रों में वर्कर्स की कमी को दूर करने के लिए 5 ईयर वर्क वीजा सिस्टम भी शुरू कर रहा है। यह सिस्टम कम स्किल वाले विदेशी वर्कर्स को कृषि, नर्सिंग देखभाल, निर्माण और विनिर्माण जैसे सेक्टर्स में काम करने के लिए जापान में एंटर करने में मदद करेगा।
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